Dainik Bhaskar : Aug 01, 2019, 10:52 AM
चेन्नई. डॉक्टरों ने 7 साल के बच्चे के निचले जबड़े का ऑपरेशन कर 526 दांत निकाले। बच्चे का दायां गाल सूजा हुआ था और जब जांच की गई तो बच्चे की इस अस्वाभाविक मेडिकल कंडीशन का पता चला। डॉक्टरों ने कहा कि दांतों के इस अस्वाभाविक विकास की वजह मोबाइल टावर से होने वाला रेडिएशन भी हो सकता है। डॉक्टरों का दावा है कि यह दुनियाभर में अपनी तरह का पहला मामला है। उन्होंने इस स्थिति को कंपाउंड कम्पोजिट ऑन्डोटोम का नाम दिया।ऑपरेशन के बाद बच्चे ने कहा- अब कोई दर्द नहींरिपोर्ट्स के मुताबिक, सविता डेंटल कॉलेज के ओरल सर्जन डॉ. पी सेंथिलनाथन ने बताया कि लड़के को काफी समय से निचले दाएं जबड़े में सूजन की शिकायत थी। सूजन अधिक होने पर पैरेंट्स उसे लेकर हॉस्पिटल आए। एक्स-रे और सीटी-स्कैन से पता चला कि जबड़े में कई दांत ऐसे हैं जो अधूरे विकसित हैं। ऐसे में सर्जरी का फैसला लिया गया।सेंथिलनाथन के मुताबिक, दांत जबड़े के अंदरूनी हिस्से में थे, जिसे बाहर से देखना मुश्किल था। मरीज को एनेस्थीसिया देने के बाद उसके जबड़े का एक हिस्सा निकाला गया जिसका वजन 200 ग्राम था, जांच के दौरान इसमें 526 छोटे, मध्य और बड़े आकार के दांत मिले।इसमें कुछ दांत बेहद छोटे हैं। जबड़े से सभी अतिरिक्त दांतों को निकालने में पांच घंटे लगे। सर्जरी के तीन दिन बाद बच्चे की स्थिति सामान्य हो गई थी। ऑपरेशन के बाद बच्चे ने कहा कि अब उसे कोई दर्द नहीं है।डॉक्टरों को इस तरह के अस्वाभाविक विकास की वजह नहीं पता चल पाई है। कुछ का मानना है कि यह मोबाइल टॉवर से होने वाले रेडिएशन या फिर किसी जेनेटिक डिसऑर्डर की वजह से हो सकता है। डॉक्टरों ने कहा कि ऑपरेशन के दौरान हमने उसके स्वस्थ दांतों को रहने दिया। अस्वाभाविक तौर पर आए दांतों को बड़ी ही सावधानी से निकाला गया। इससे पहले किसी के इतने ज्यादा दांत नहीं पाए गए थे। इससे पहले 2014 में एक लड़के के मुंह से 232 दांत निकाले गए थे।