कोरोना वायरस / 2 साल+ उम्र वाले बच्चों को घर के बाहर निकलने पर मास्क पहनना चाहिए: ओडिशा सरकार

बच्चों में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए ओडिशा सरकार ने अभिभावकों को 2 साल+ आयु वाले बच्चों को घर से बाहर निकलने से पहले मास्क लगाने को कहा है। राज्य सरकार ने महिला एवं बाल कल्याण विभाग को लिखे पत्र में यह बात कही है। बकौल सरकार, लक्षण वाले बच्चों की जांच और उन्हें आइसोलेशन में रखना चाहिए।

Vikrant Shekhawat : May 14, 2021, 02:20 PM
भुवनेश्वर: ओडिशा (Odisha) में भी कोरोना के मामले (Corona Cases) तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में अब ओडिशा सरकार (Odisha Government) ने माता-पिता से कहा है कि 2 साल से ज्यादा उम्र के बच्चे अगर घर से बाहर निकल रहे हैं तो मास्क जरूर पहनें. इंडियन एकेडमी पेडियाट्रिक्स के सुझावों के बाद राज्य सरकार ने ये निर्देश दिया है.

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने महिला एवं बाल विकास विभाग को लिखे पत्र में कहा है कि बच्चों, किशोरों और गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को घर से बाहर जाते समय उचित तरीके से फेस मास्क पहनने की सलाह दी जाए.

इस पत्र में ये भी कहा गया है कि किसी भी उम्र के शख्स को अगर कोरोना के लक्षण हैं तो उसे आइसोलेट होना होगा फिर वो बच्चा ही क्यों न हो. पत्र कहा गया कि कोरोनोवायरस के पहले के लक्षणों जैसे सर्दी, खांसी, बुखार, गंध या स्वाद में कमी के अलावा बीमारी के कुछ नए संकेतक पाए गए हैं और जिनमें दस्त, उल्टी, पेट दर्द आदि शामिल हैं.

यदि इस तरह के लक्षण बच्चों, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं और किशोरों में देखे जाते हैं, तो उन्हें कोविड -19 के मामलों में संदिग्ध माना जा सकता है.

वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार ने ऐसे लोगों को कोविड-19 रोधी टीका लगाने का फैसला किया है जिन्हें संक्रमण का जोखिम अधिक है लेकिन जिनके पास कोई पहचापत्र नहीं है. अतिरिक्त मुख्य सचिव, स्वास्थ्य पीके महापात्र ने कहा कि पहचान पत्र के अभाव में ऐसे लोगों को टीके से वंचित नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे संवेदनशील लोगों को पहचानपत्र नहीं होने की स्थिति में टीका लगाने से इनकार नहीं किया जा सकता. इनमें खानाबदोश लोग, कैदी, मानसिक स्वास्थ्य केंद्रों में रहने वाले लोग, वृद्धाश्रम में रहने वाले लोग, भिखारी आदि शामिल हैं.’’