Vikrant Shekhawat : Mar 02, 2021, 10:44 AM
Delhi: मनुष्य की अगली पीढ़ी समय से पहले जन्म ले रही है। तुम जानते हो क्यों? क्योंकि मानवीय गतिविधियों के कारण, दुनिया भर में जलवायु परिवर्तन हो रहा है। एक नए अध्ययन से पता चला है कि पर्यावरण परिवर्तन के कारण ब्राजील के अमेज़ॅन क्षेत्र में पूर्व-परिपक्व जन्म (समय से पहले जन्म) के मामले बहुत बढ़ गए हैं। यह अध्ययन 11 साल के बीच पैदा हुए 3 लाख बच्चों पर किया गया है।
यूके में लैंकेस्टर यूनिवर्सिटी और FIOCRUZ हेल्थ रिसर्च इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं ने मिलकर यह अध्ययन किया है। इस अध्ययन के अनुसार, वर्ष 2006 से 2017 तक ब्राजील के अमेज़ॅन क्षेत्र में लगभग 3 लाख बच्चों का जन्म हुआ था। जब स्थानीय आंकड़ों और जन्म लेने वाले बच्चों के स्वास्थ्य का विश्लेषण किया गया, तो चौंकाने वाली बातें सामने आईं। परिवर्तनों के कारण बच्चों का जन्म के समय वजन कम हो गया था। इसका मुख्य कारण अत्यधिक वर्षा थी। इसके अलावा खराब शिक्षा प्रणाली, स्वास्थ्य सुविधाएं और आर्थिक कमजोरी। इतना ही नहीं, सामान्य बारिश के कारण 40 फीसदी नवजातों का वजन कम होता है। यह अध्ययन नेचर सस्टेनेबिलिटी नामक पत्रिका में सोमवार को प्रकाशित हुआ है।इस अध्ययन को करने वाले शोधकर्ताओं में से एक ल्यूक पेरी ने कहा कि ब्राजील में जलवायु परिवर्तन के कारण हुई बारिश से मलेरिया जैसे संक्रामक रोग फैलते हैं। इससे खाना मुश्किल हो जाता है। गर्भवती महिलाओं को भी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। साथ में वे अजन्मे बच्चे और नवजात शिशु के स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं।ल्यूक पेरी का कहना है कि यह पर्यावरण के अन्याय का एक उदाहरण है। क्योंकि ये लोग अमेज़न के कटते जंगलों से बहुत दूर हैं। इन लोगों की वजह से यहां का माहौल नहीं बदला है। जलवायु परिवर्तन नहीं हुआ लेकिन ये लोग पीड़ित हैं। वह पहली बार पर्यावरण से टकराया था और बहुत बुरे तरीके से मारा है।
यूके में लैंकेस्टर यूनिवर्सिटी और FIOCRUZ हेल्थ रिसर्च इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं ने मिलकर यह अध्ययन किया है। इस अध्ययन के अनुसार, वर्ष 2006 से 2017 तक ब्राजील के अमेज़ॅन क्षेत्र में लगभग 3 लाख बच्चों का जन्म हुआ था। जब स्थानीय आंकड़ों और जन्म लेने वाले बच्चों के स्वास्थ्य का विश्लेषण किया गया, तो चौंकाने वाली बातें सामने आईं। परिवर्तनों के कारण बच्चों का जन्म के समय वजन कम हो गया था। इसका मुख्य कारण अत्यधिक वर्षा थी। इसके अलावा खराब शिक्षा प्रणाली, स्वास्थ्य सुविधाएं और आर्थिक कमजोरी। इतना ही नहीं, सामान्य बारिश के कारण 40 फीसदी नवजातों का वजन कम होता है। यह अध्ययन नेचर सस्टेनेबिलिटी नामक पत्रिका में सोमवार को प्रकाशित हुआ है।इस अध्ययन को करने वाले शोधकर्ताओं में से एक ल्यूक पेरी ने कहा कि ब्राजील में जलवायु परिवर्तन के कारण हुई बारिश से मलेरिया जैसे संक्रामक रोग फैलते हैं। इससे खाना मुश्किल हो जाता है। गर्भवती महिलाओं को भी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। साथ में वे अजन्मे बच्चे और नवजात शिशु के स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं।ल्यूक पेरी का कहना है कि यह पर्यावरण के अन्याय का एक उदाहरण है। क्योंकि ये लोग अमेज़न के कटते जंगलों से बहुत दूर हैं। इन लोगों की वजह से यहां का माहौल नहीं बदला है। जलवायु परिवर्तन नहीं हुआ लेकिन ये लोग पीड़ित हैं। वह पहली बार पर्यावरण से टकराया था और बहुत बुरे तरीके से मारा है।
2018 में, सिंड एडवांस नामक पत्रिका में एक रिपोर्ट प्रकाशित की गई थी कि कुछ दशक पहले अमेज़न की नदियों में इतनी बाढ़ नहीं आई थी। अब हर साल पांच बार बाढ़ आना सामान्य हो गया है। पिछले हफ्ते, ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो ने अमेज़ॅन क्षेत्र में पड़ने वाले एकरे प्रांत में बाढ़ का एक हवाई दृश्य लिया। वहां आपातकाल की घोषणा की गई थी।ल्यूक पेरी का कहना है कि ब्राज़ील के अमेज़न क्षेत्र में रहने वाले लोग यहाँ के बदलते परिवेश के अनुसार खुद को बदल रहे हैं। लेकिन यह कोई हल नहीं है। लेकिन अब नदियों का बढ़ता जल स्तर और भयानक बारिश यहां रहने वाले लोगों की क्षमता से ज्यादा शक्तिशाली साबित हो रही है।अध्ययन के अनुसार, प्रांतीय अमोनिया लंबे समय तक राजनीतिक उपेक्षा का सामना करना पड़ा। ब्राजील में विकास भी अनियमित है। इस सब के कारण, लोग जलवायु परिवर्तन और स्वास्थ्य असमानता का सामना कर रहे हैं। अध्ययन के माध्यम से तीन प्रमुख बातें ब्राजील सरकार से अपील की गई हैं। सबसे पहले, गर्भवती महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। दूसरे को हाई स्कूल तक ग्रामीण बच्चों को पढ़ाया जाना चाहिए। दूसरा, बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं को पहले सूचित किया जाना चाहिए।Climate change is leading to premature births in the Brazilian Amazon https://t.co/BLUIPEH4uL pic.twitter.com/ISxJO4TfV1
— New Scientist (@newscientist) March 1, 2021