Sukhvinder Singh Sukhu / सीएम सुक्खू का आया इस्तीफे की खबर पर पहला रिएक्शन, 'मैं योद्धा हूं और संघर्ष करना जानता हूं'

हिमाचल में सियासी हलचल के बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का पहला रिएक्शन सामने आया है। उन्होंने कहा कि मेरे इस्तीफे को लेकर प्रोपेगेंडा फैलाया जा रहा है। मैंने कोई इस्तीफा नहीं दिया है। मैं योद्धा हूं और संघर्ष करना जानता हूं। दरअसल, ऐसी खबरें आ रही हैं मुख्यमंत्री से कांग्रेस हाईकमान ने इस्तीफा मांगा है। आज शाम कांग्रेस पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में नए नेता का चुनाव होगा

Vikrant Shekhawat : Feb 28, 2024, 05:30 PM
Sukhvinder Singh Sukhu: हिमाचल में सियासी हलचल के बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का पहला रिएक्शन सामने आया है। उन्होंने कहा कि मेरे इस्तीफे को लेकर प्रोपेगेंडा फैलाया जा रहा है। मैंने कोई इस्तीफा नहीं दिया है। मैं योद्धा हूं और संघर्ष करना जानता हूं। दरअसल, ऐसी खबरें आ रही हैं मुख्यमंत्री से कांग्रेस हाईकमान ने इस्तीफा मांगा है। आज शाम कांग्रेस पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में नए नेता का चुनाव होगा और सुक्खू अपना इस्तीफा दे देंगे। इस खबर पर सुक्खू का रिएक्शन आया है।

हमारी सरकार पूरे 5 साल चलेगी-सुक्खू

उन्होंने कहा कि हम बजट में अपना बहुमत साबित करेंगे। बीजेपी जो कह रही है कि हमारे विधायक उनके संपर्क में हैं,तो हम उन्हें गलत साबित करेंगे। हमारी सरकार पूरे 5 साल चलेगी। सुक्खू ने आगे कहा कि बीजेपी सदन में गलत कर रही है। बीजेपी के कुछ विधायक हमारे भी संपर्क में हैं। मेरे इस्तीफे की खबर गलत है। हम योद्धा हैं योद्धा की तरह लड़ेंगे। कांग्रेस की सरकार 5 साल चलेगी। वहीं पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के बेटे और कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह के इस्तीफे पर सीएम सुक्खू ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

कांग्रेस के अंदर का असंतोष खुलकर सामने आया

दरअसल, सुक्खू कैबिनेट में मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में विधायकों की अनदेखी का आरोप लगाया और मंत्री पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया। विक्रमादित्य के इस्तीफे के बाद कांग्रेस के अंदर का असंतोष खुलकर सामने आ गया है। कांग्रेस मंगलवार को राज्य की एकमात्र राज्यसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी से चुनाव हार गई थी। कांग्रेस के विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर बीजेपी उम्मीदवार को जिता दिया। ऐसे में अपनी सरकार को गिरने से बचाने की खातिर कांग्रेस को अपने विधायकों को एकजुट रखने के लिए  काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। 

हम कठोर निर्णय से पीछे नहीं हटेंगे : कांग्रेस 

कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश में राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर कहा कि पार्टी सर्वोपरि है और वह जनादेश बरकरार रखने के लिए कठोर निर्णय लेने से पीछे नहीं हटेगी।  पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पर्यवेक्षकों से बात की है और उनसे कहा है कि वे विधायकों से बात करके जल्द रिपोर्ट सौंपें। उनका कहना है कि पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के बाद ही कोई कदम उठाया जाएगा । रमेश के अनुसार,‘‘छतीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा और कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार बतौर पर्यवेक्षक शिमला में में मौजूद हैं। कांग्रेस के हिमाचल प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला भी हिमाचल प्रदेश में मौजूद हैं।’’ उन्होंने कहा, "हम सरकार अस्थिर नहीं होने देंगे। जरूरत पड़ी तो कठोर निर्णय लेने से पीछे नहीं हटेंगे।"