- भारत,
- 08-Apr-2025 04:20 PM IST
Sheikh Hasina News: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने हाल ही में एक भावुक और स्पष्ट भाषण में यह कहा कि “अल्लाह ने मुझे किसी कारण से जीवित रखा है।” उनका यह बयान केवल व्यक्तिगत पीड़ा का प्रकटीकरण नहीं था, बल्कि बांग्लादेश की वर्तमान राजनीतिक अस्थिरता, हिंसा और न्याय की पुकार का प्रतीक बन गया है।
हसीना की सोशल मीडिया पर भावुक बातचीत
यह टिप्पणी उस समय की है जब शेख हसीना सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी पार्टी, अवामी लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं के परिवारजनों से बातचीत कर रही थीं। उन्होंने कहा, “वह दिन आएगा,” जब निर्दोष लोगों की हत्या और अत्याचार करने वालों को न्याय के कठघरे में लाया जाएगा। अगस्त में हिंसक छात्र आंदोलनों के दौरान भारत आने के बाद से यह उनका सबसे तीखा सार्वजनिक वक्तव्य माना जा रहा है।
मुहम्मद यूनुस पर खुला हमला
हसीना ने अपने बयान में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार मुहम्मद यूनुस पर भी तीखा प्रहार किया। उन्होंने यूनुस को एक "दोगला" व्यक्ति बताया, जिसने कभी जनता से सच्चा प्रेम नहीं किया। उनके अनुसार यूनुस ने माइक्रोफाइनेंस के नाम पर लोगों से ऊँचे ब्याज पर धन वसूला और उसका उपयोग विदेशों में ऐशो-आराम की जिंदगी जीने में किया। हसीना ने यह भी कहा कि "हमें पहले उनके असली चेहरे का अंदाज़ा नहीं था, इसलिए हमने उनका समर्थन किया, लेकिन अब उनकी सत्ता की भूख देश को जला रही है।"
'आतंकी देश' की ओर जाता बांग्लादेश?
हसीना ने बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति पर गहरी चिंता जताई और कहा कि एक समय विकास का मॉडल माने जाने वाला देश अब एक ‘आतंकी राष्ट्र’ की छवि ग्रहण कर चुका है। उन्होंने आरोप लगाया कि अवामी लीग, पुलिस, पत्रकार, वकील, और कलाकारों को निशाना बनाया जा रहा है। देश में कानून व्यवस्था की स्थिति इतनी बिगड़ चुकी है कि मीडिया तक स्वतंत्र रूप से बलात्कार, हत्या और डकैती की खबरें नहीं दिखा पा रही।
पारिवारिक त्रासदी और न्याय की पुकार
अपने पिता, राष्ट्रपिता शेख मुजीबुर रहमान और अपने पूरे परिवार की एक ही दिन हुई हत्या को याद करते हुए हसीना ने कहा, “मैं जानती हूं अपनों को खोने का दर्द क्या होता है।” उन्होंने यह भी कहा कि शायद अल्लाह ने उन्हें इसलिए जीवित रखा है ताकि वे उन लोगों को न्याय के कटघरे में ला सकें जिन्होंने बांग्लादेश को हिंसा और भय का गढ़ बना दिया है।
'मैं आ रही हूं' – एक नेता का आत्मविश्वास
जब एक समर्थक ने उनसे पूछा कि वह कैसी हैं, तो उनका उत्तर था, “मैं जीवित हूं, बेटा।” और जब दूसरे ने दुआ दी कि अल्लाह उन्हें फिर से सत्ता का अवसर दे, तो उनका जवाब था, “वह करेगा। इसलिए तो अल्लाह ने मुझे जीवित रखा है। मैं आ रही हूं।” यह जवाब न केवल राजनीतिक वापसी की ओर संकेत है, बल्कि एक दृढ़ निश्चय का भी प्रतीक है।
प्रत्यर्पण की मांग और राजनीतिक दबाव
गौरतलब है कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार शेख हसीना को भारत से प्रत्यर्पित करने की कोशिश कर रही है। हाल ही में बिम्सटेक सम्मेलन में, यूनुस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस विषय में बातचीत की और आरोप लगाया कि हसीना बांग्लादेश की स्थिति को अस्थिर कर रही हैं।