Sheikh Hasina News / हसीना की और बढ़ेंगी मुश्किलें? रेड कॉर्नर नोटिस के साथ ही बांग्लादेश ने चल दी है बड़ी चाल

बांग्लादेश सरकार शेख हसीना के खिलाफ बड़ा कदम उठाने की तैयारी में है। पुलिस ने इंटरपोल से रेड नोटिस जारी करने का अनुरोध किया है। उन पर देश में गृह युद्ध भड़काने और अंतरिम सरकार को हटाने की साजिश का आरोप है। जांच सीआईडी को सौंप दी गई है।

Sheikh Hasina News: बांग्लादेश की राजनीति में एक बड़ा मोड़ आता दिख रहा है। लंबे समय तक सत्ता में रही और देश की प्रमुख नेता मानी जाने वाली पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना अब कानूनी मुश्किलों में घिरती नजर आ रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बांग्लादेश पुलिस ने इंटरपोल से 12 लोगों के खिलाफ रेड नोटिस जारी करने की औपचारिक मांग की है, जिसमें शेख हसीना का नाम भी शामिल है। अगर यह नोटिस जारी होता है, तो हसीना के लिए कानूनी और राजनीतिक दोनों ही मोर्चों पर चुनौतीपूर्ण समय शुरू हो सकता है।

इंटरपोल से संपर्क में बांग्लादेश पुलिस

बांग्लादेश पुलिस के नेशनल सेंट्रल ब्यूरो (NCB) ने इंटरपोल को यह अनुरोध भेजा है। सूत्रों के अनुसार, इन व्यक्तियों के खिलाफ देश विरोधी गतिविधियों और आपराधिक साजिशों के आरोप लगे हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि, “यह नोटिस ऐसे मामलों में जारी करने के लिए मांगा गया है जिनमें जांच के दौरान गंभीर तथ्य सामने आए हैं या जिन पर अदालत में कार्यवाही चल रही है। इसका मकसद यह है कि संबंधित आरोपी को अस्थायी तौर पर गिरफ्तार कर उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू की जा सके।”

इंटरपोल का क्या है रोल?

इंटरपोल का कार्य किसी भी देश में रह रहे भगोड़ों की पहचान और लोकेशन की जानकारी जुटाना है। जैसे ही किसी आरोपी की पुष्टि हो जाती है, इंटरपोल यह सूचना संबंधित देशों के सुरक्षा एजेंसियों के साथ साझा करता है, जिसके बाद कानूनी प्रक्रिया के तहत उस व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। इंटरपोल के रेड नोटिस को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक चेतावनी के तौर पर देखा जाता है, जो किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी की दिशा में पहला कदम होता है।

शेख हसीना पर गंभीर आरोप

पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ देश में गृह युद्ध भड़काने और अंतरिम सरकार को अस्थिर करने की साजिश रचने का मामला दर्ज किया गया है। यह मामला मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार को हटाने की कोशिशों से जुड़ा बताया जा रहा है। इस केस में शेख हसीना के साथ-साथ 72 अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया गया है। इनमें से अधिकांश आरोपी हसीना की पार्टी अवामी लीग से जुड़े नेता और कार्यकर्ता हैं।

इस केस की गंभीरता को देखते हुए अदालत ने क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CID) को इसकी जांच सौंपी है। जांच एजेंसियों को हसीना और उनके सहयोगियों के खिलाफ मिले सबूतों के आधार पर इंटरपोल से संपर्क करने की अनुमति दी गई।

राजनीतिक भूचाल की आशंका

बांग्लादेश में यह घटनाक्रम एक राजनीतिक भूचाल की ओर संकेत करता है। लंबे समय तक सत्ता में रहने वाली शेख हसीना की छवि देश की एक प्रभावशाली नेता के रूप में रही है। लेकिन मौजूदा हालातों में उन पर लगाए गए गंभीर आरोप और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्रवाई की संभावनाएं उनके राजनीतिक भविष्य पर सवाल खड़े कर रही हैं।

यह देखना अब अहम होगा कि इंटरपोल इस अनुरोध पर क्या रुख अपनाता है और आगे इस मामले में बांग्लादेश की न्यायपालिका तथा सरकार किस दिशा में आगे बढ़ती है।