Sheikh Hasina / शेख हसीना और उनके बेटे समेत 16 अन्य के खिलाफ जारी हुआ नया गिरफ्तारी वारंट

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना, उनके बेटे सजीब वाजेद समेत 16 लोगों के खिलाफ अदालत ने नया गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। इन पर भूखंड आवंटन में भ्रष्टाचार का आरोप है। अदालत ने पुलिस को 29 अप्रैल तक गिरफ्तारी रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है।

Sheikh Hasina: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना एक बार फिर कानूनी संकटों के घेरे में हैं। भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के चलते बांग्लादेश की एक अदालत ने हसीना, उनके बेटे सजीब वाजेद और 16 अन्य के खिलाफ नया गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। यह मामला ढाका के बाहरी इलाके पूर्वाचल न्यू टाउन में आवासीय भूखंडों के अवैध आवंटन से जुड़ा हुआ है।

क्या हैं आरोप?

अदालत के अनुसार, शेख हसीना और उनके साथियों पर आरोप है कि उन्होंने सत्ता में रहते हुए भूखंडों के आवंटन में गंभीर अनियमितताएं कीं। भ्रष्टाचार निरोधक आयोग (एसीसी) की चार्जशीट के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। इस चार्जशीट में पूर्व प्रधानमंत्री समेत कई वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के नाम शामिल हैं।

अदालत की टिप्पणी

ढाका मेट्रोपॉलिटन वरिष्ठ विशेष न्यायाधीश की अदालत ने दो मामलों में गिरफ्तारी वारंट जारी करते हुए स्पष्ट किया कि यह फैसला एसीसी की चार्जशीट और प्रस्तुत साक्ष्यों के आधार पर लिया गया है। अदालत ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया है कि यदि आरोपियों की गिरफ्तारी होती है तो 29 अप्रैल तक इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट पेश की जाए।

पहले भी जारी हुए हैं वारंट

यह पहली बार नहीं है जब शेख हसीना और उनके परिजनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई हुई है। इससे पहले भी इसी अदालत ने हसीना, उनकी बेटी साइमा वाजेद पुतुल, बहन शेख रेहाना, ब्रिटिश सांसद ट्यूलिप सिद्दीक और रेहाना के बेटे रादवान मुजीब सिद्दीक समेत कुल 48 लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। उन मामलों में भी राजनीतिक पद का दुरुपयोग कर अवैध रूप से भूमि आवंटन करने का आरोप है।

बढ़ता राजनीतिक तनाव

इस कानूनी कार्रवाई ने बांग्लादेश की राजनीति में नया उबाल ला दिया है। यह घटनाक्रम उस वक्त सामने आया है जब शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग पहले से ही विपक्ष के तीखे हमलों का सामना कर रही है। विपक्ष इस मुद्दे को सरकार की जवाबदेही और पारदर्शिता से जोड़ते हुए व्यापक आंदोलन की तैयारी में है।