Sanjeeda Shaikh / एक्ट्रेस की खूबसूरती बनी जब मुसीबत, नहीं नसीब हुआ सच्चा प्यार

संजीदा शेख, जो ‘हीरामंडी’ में अपने दमदार अभिनय से छा गईं, कभी अपनी खूबसूरती के कारण रोल्स से वंचित रहीं। शादी के आठ साल बाद तलाक हुआ और अब वह अकेले अपनी बेटी की परवरिश कर रही हैं। एक्टिंग और जीवन की जंग में संजीदा निडर रही हैं।

Sanjeeda Shaikh: फिल्मी दुनिया में नाम कमाना सिर्फ टैलेंट से ही नहीं, बल्कि लुक्स और पर्सनैलिटी से भी जुड़ा होता है। मगर क्या हो अगर किसी की खूबसूरती ही उसके करियर में रुकावट बन जाए? यह सुनने में अजीब लगता है, लेकिन टेलीविजन और वेब सीरीज की चमकती दुनिया में यह एक कड़वी सच्चाई भी है। ऐसी ही एक अभिनेत्री हैं संजीदा शेख, जिनकी जिंदगी में खूबसूरती वरदान से ज्यादा कभी-कभी एक बोझ बन गई।

जब खूबसूरती बन गई करियर की दीवार

संजीदा शेख, जो हाल ही में संजय लीला भंसाली की बहुचर्चित वेब सीरीज ‘हीरामंडी’ में अपने किरदार 'वहीदा' से सभी का दिल जीत चुकी हैं, एक वक्त पर इस इंडस्ट्री में अपने लिए एक सही मुकाम खोजने के लिए संघर्ष कर रही थीं। एक पुराने इंटरव्यू में उन्होंने खुलासा किया कि उन्हें कई बार सिर्फ इसलिए रोल से हाथ धोना पड़ा क्योंकि वो "बहुत ज्यादा खूबसूरत" थीं। ऑडिशन के दौरान कई बार यह सुनने को मिला कि उनकी सुंदरता उस किरदार से मेल नहीं खाती। यह बात उन्हें अंदर से तोड़ती थी, क्योंकि जहां आमतौर पर खूबसूरती को सफलता की चाबी माना जाता है, वहीं उनके लिए वही खूबसूरती दरवाज़ा बंद कर रही थी।

निजी जिंदगी में भी उतार-चढ़ाव

संजीदा की पर्सनल लाइफ भी उनकी प्रोफेशनल लाइफ से कम चर्चा में नहीं रही। उन्होंने 2012 में अपने लॉन्गटाइम बॉयफ्रेंड और टीवी एक्टर आमिर अली से शादी की थी। दोनों की जोड़ी को इंडस्ट्री का परफेक्ट कपल माना जाता था। 2020 में सरोगेसी के जरिए उनके जीवन में बेटी आयरा अली की एंट्री हुई, लेकिन वही साल उनकी शादी का अंतिम पड़ाव भी साबित हुआ। 2021 में उनका तलाक हो गया और संजीदा को बेटी की कस्टडी मिली।

तलाक के बाद संजीदा ने न सिर्फ खुद को संभाला, बल्कि एक सिंगल मदर के रूप में अपने जीवन को एक नई दिशा दी। उन्होंने खुले तौर पर स्वीकार किया कि उस दौर में वह मानसिक तौर पर टूट चुकी थीं, लेकिन समय के साथ वह और मजबूत बनकर उभरीं। उनके शब्दों में, "मुझे लगता है मैं लकी हूं क्योंकि जो भी मेरे साथ हुआ सब अच्छा हुआ। उस वक्त मैं डिप्रेस्ड थी, लेकिन बाद में सब ठीक हो गया।"

सिर्फ एक्ट्रेस नहीं, एक प्रेरणा

संजीदा शेख की कहानी केवल ग्लैमर, खूबसूरती और परफॉर्मेंस की नहीं है, बल्कि एक ऐसी महिला की है जिसने हर चुनौती को मजबूती से स्वीकार किया और आगे बढ़ीं। चाहे प्रोफेशनल रिजेक्शन हो या पर्सनल ट्रॉमा, संजीदा ने कभी हार नहीं मानी। उन्होंने यह साबित किया कि असली खूबसूरती आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता में होती है।

आज संजीदा सिर्फ एक एक्ट्रेस नहीं हैं, बल्कि उन तमाम महिलाओं के लिए एक उदाहरण हैं जो अपनी पहचान के लिए संघर्ष कर रही हैं। उनकी कहानी बताती है कि सफलता की परिभाषा सिर्फ नाम और शोहरत नहीं होती, बल्कि ज़िंदगी के मुश्किल लम्हों में डटे रहना भी उतना ही मायने रखता है।