Lok Sabha Elections / कांग्रेस पार्टी आंध्र प्रदेश में 'गंदी' राजनीति कर रही- सीएम जगन रेड्डी आखिर क्यों भड़क गए?

आंध्र प्रदेश में इस साल चुनाव का आयोजन होगा। चुनाव से पहले ही कांग्रेस ने राज्य के सीएम जगन रेड्डी की बहन वाईएस शर्मिला को आंध्र प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बना दिया है। माना जा रहा है कि कांग्रेस ने जगन रेड्डी के वोटबैंक में सेंध लगाने के मकसद से ये कदम उठाया है। हालांकि, इन सब के बीच सीएम जगन रेड्डी ने कांग्रेस पर आंध्र प्रदेश में गंदी राजनीति करने का आरोप लगाया है। दरअसल, जगन रेड्डी एक कार्यक्रम में बहन वाईएस

Vikrant Shekhawat : Jan 25, 2024, 10:45 AM
Lok Sabha Elections: आंध्र प्रदेश में इस साल चुनाव का आयोजन होगा। चुनाव से पहले ही कांग्रेस ने राज्य के सीएम जगन रेड्डी की बहन वाईएस शर्मिला को आंध्र प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बना दिया है। माना जा रहा है कि कांग्रेस ने जगन रेड्डी के वोटबैंक में सेंध लगाने के मकसद से ये कदम उठाया है। हालांकि, इन सब के बीच सीएम जगन रेड्डी ने कांग्रेस पर आंध्र प्रदेश में गंदी राजनीति करने का आरोप लगाया है। 

बांटों और राज करो कांग्रेस का काम

दरअसल, जगन रेड्डी एक कार्यक्रम में बहन वाईएस शर्मिला को आंध्र प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने के सवाल पर जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस असल में गंदा खेल रही है। जहां तक ​​राज्य की राजनीति का सवाल है, गंदा खेलने की उसकी परंपरा रही है। उन्होंने (कांग्रेस ने) अपने राजनीतिक लाभ के लिए राज्य को विभाजित किया था। राज्य को अन्यायपूर्ण तरीके से विभाजित किया। वे बांटने और राज करने का काम करते हैं, चाहे वह राज्य हो या परिवार।

ईश्वर कांग्रेस को सबक सिखाएगा?

जगन रेड्डी ने कहा है कि कांग्रेस हमेशा बांटो और राज करो का काम करती है। दुर्भाग्य से, अब एक बार फिर, उन्होंने सबक नहीं सीखा है। इसलिए कांग्रेस ने मेरे परिवार को विभाजित कर दिया है और मेरी बहन को ही में अपनी पार्टी का नेतृत्व करने के लिए ले आए हैं। जगन ने कहा कि ईश्वर एक बड़ी शक्ति है, जो उनके विरोधियों को सबक सिखाएगा।

2024 में होंगे विधानसभा व लोकसभा चुनाव

आंध्र प्रदेश में विधानसभा और लोकसभा दोनों के ही चुनाव 2024 में एक साथ करवाए जा सकते हैं। साल 2019 में हुए दोनों ही चुनाव में जगन मोहन रेड्डी की पार्टी को भारी जीत हासिल हुई थी। YSR कांग्रेस ने राज्य की 175 में से 151 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं, लोकसभा की 25 सीटों में से भी 22 सीटों पर जगन मोहन रेड्डी की पार्टी ने कब्जा जमाया था।