विदेश / कोविड-19 का डेल्टा वैरिएंट अब अधिकांश यूरोपीय देशों में हावी हो रहा है: डब्ल्यूएचओ

डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि कोविड-19 का डेल्टा वैरिएंट अब अधिकांश यूरोप में प्रमुख वैरिएंट बन गया है। 28 जून और 11 जुलाई के बीच के डेटा से पता चलता है कि सबसे पहले भारत में मिला डेल्टा वैरिएंट 28 यूरोपीय देशों में से कम-से-कम 19 में प्रभावी था। यह इन 19 देशों में औसतन 68.3% नमूनों में पाया गया।

Vikrant Shekhawat : Jul 27, 2021, 02:40 PM
जिनेवा: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने सोमवार को चेतावनी दी कि डेल्टा अब यूरोप के अधिकांश हिस्सों में कोविड -19 का प्रमुख वैरिएंट है. यूरोपियन सेंटर फॉर डिजीज प्रिवेंशन एंड कंट्रोल (ईसीडीसी) के साथ, डब्ल्यूएचओ ने कहा कि डेल्टा वैरिएंट को और फैलने से रोकने के लिए प्रयासों को मजबूत किया जाना चाहिए.

डब्ल्यूएचओ के यूरोप के रीजनल ऑफिस (डब्ल्यूएचओ/यूरोप) के अनुसार, 28 जून और 11 जुलाई के बीच की अवधि के डेटा को सही से पढ़कर पता चलता है कि डेल्टा 28 यूरोपीय देशों में से कम से कम 19 में कोरोना का प्रमुख वैरिएंट है. इन 19 देशों में जेनेटिक सिक्वेसिंग के लिए भेजे गए नमूनों में पाए गए डेल्टा वैरिएंट का औसत 68.3 प्रतिशत था. 

इसकी तुलना में, पहले का प्रमुख अल्फा वैरिएंट सिर्फ 22.3 प्रतिशत सैंपल्स में पाया गया था. इससे यह पता चलता है कि डेल्टा वैरिएंट अल्फा वैरिएंट को पीछे कर चुका है और यूरोप में अधिक तबाही मचा रहा है. एक्सपर्ट्स पहले ही डेल्टा वैरिएंट के सभी यूरोपीय देशों में तेजी से फैलने के बारे में चेतावनी दे चुके हैं.

वहीं, यहां तक कि अमेरिका में सामने आ रहे कोरोना वायरस के नए मामलों में से 83 फीसदी केस डेल्टा वैरिएंट के हैं. यदि यही रुझान आने वाले समय में भी जारी रहता है तो फिर डेल्टा वैरिएंट दुनिया के सबसे प्रमुख वैरिएंट के रूप में भी उभर सकता है.