Vikrant Shekhawat : May 09, 2022, 12:10 PM
मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले में एक ऐसी घटना घटी जिसे सुनकर हर कोई हैरान हो गया। धूमधाम से हो रही शादी में बिजली ने खलल डाला और बिजली गुल होते ही दुल्हनें बदल गई। इतना ही नहीं पंडित ने बदली हुई दुल्हनों के साथ दूल्हों के फेरे भी करवा दिए। जब दोनों दूल्हे अपनी दुल्हनों को घर ले गए तब हकीकत पता चली तो विवाद की स्थिति बनी और बाद में समझौता हुआ।
मामला उज्जैन जिले के दंगवाड़ा गांव का है। इंगोरिया थाना क्षेत्र के दंगवाड़ा गांव में भील समाज के भोला और गणेश के साथ यह अनहोनी हुई। दरअसल, दोनों की बरात उज्जैन जिले के नलवा के समीप ग्राम असलाना गई थी। यहां वधु पक्ष की तीन बहनों की शादी थी। फेरों के बाद दो दुल्हनें शुक्रवार को दंगवाड़ा आई थीं। गणेश की शादी निकिता नाम की दुल्हन के साथ होनी थी लेकिन जब फेरे होने लगे तो बिजली गुल हो गई। इस कारण दुल्हन बदल गई और निकिता के फेरे गणेश के साथ न होकर रामेश्वर के साथ हो गए। दूसरी दुल्हन ने गणेश के साथ फेरे ले लिए। चूंकि दुल्हनें घूंघट में थी और दोनों की ड्रेस भी एक जैसी थी इस कारण किसी को कुछ पता नहीं चला और हर कोई विवाह की रस्मों में मशगूल रहा मगर अगले दिन सुबह जब दुल्हनों की विदाई हुई और दूल्हें उनको लेकर घर पहुंचे तो हकीकत पता चली। इसके बाद विवाद की स्थिति बनी। दोनों परिवारों के बीच विवाद हुआ और समझौते के लिए रास्ता निकालने की सोची। बाद में पंडित से बात की और फिर से पूजन आदि करवाकर फेरों की रस्म निभाई। इसमें जिस दूल्हे के साथ जिस दुल्हन की शादी होनी थी उसकी शादी कराई जिसके बाद मामला ठंडा हुआ। इस मामले में परिजनों ने कहा कि अंधेरा होने और दुल्हनों की एक जैसी ड्रेस होने के कारण यह स्थिति बन गई थी।
मामला उज्जैन जिले के दंगवाड़ा गांव का है। इंगोरिया थाना क्षेत्र के दंगवाड़ा गांव में भील समाज के भोला और गणेश के साथ यह अनहोनी हुई। दरअसल, दोनों की बरात उज्जैन जिले के नलवा के समीप ग्राम असलाना गई थी। यहां वधु पक्ष की तीन बहनों की शादी थी। फेरों के बाद दो दुल्हनें शुक्रवार को दंगवाड़ा आई थीं। गणेश की शादी निकिता नाम की दुल्हन के साथ होनी थी लेकिन जब फेरे होने लगे तो बिजली गुल हो गई। इस कारण दुल्हन बदल गई और निकिता के फेरे गणेश के साथ न होकर रामेश्वर के साथ हो गए। दूसरी दुल्हन ने गणेश के साथ फेरे ले लिए। चूंकि दुल्हनें घूंघट में थी और दोनों की ड्रेस भी एक जैसी थी इस कारण किसी को कुछ पता नहीं चला और हर कोई विवाह की रस्मों में मशगूल रहा मगर अगले दिन सुबह जब दुल्हनों की विदाई हुई और दूल्हें उनको लेकर घर पहुंचे तो हकीकत पता चली। इसके बाद विवाद की स्थिति बनी। दोनों परिवारों के बीच विवाद हुआ और समझौते के लिए रास्ता निकालने की सोची। बाद में पंडित से बात की और फिर से पूजन आदि करवाकर फेरों की रस्म निभाई। इसमें जिस दूल्हे के साथ जिस दुल्हन की शादी होनी थी उसकी शादी कराई जिसके बाद मामला ठंडा हुआ। इस मामले में परिजनों ने कहा कि अंधेरा होने और दुल्हनों की एक जैसी ड्रेस होने के कारण यह स्थिति बन गई थी।