खुशखबर / भोपाल-इंदौर के बीच जून से चलेंगी इलेक्ट्रिक बसें, 10 बसों से होगी शुरुआत, सालभर में 100 का लक्ष्य

मध्य प्रदेश के दो बड़े शहर इंदौर और भोपाल के बीच यात्रा करने वालों के लिए अच्छी खबर है। जून से दोनों शहरों के बीच इलेक्ट्रिक बसें चलाने की योजना है। पहले 10 बसों से इसकी शुरुआत की जाएगी, फिर फीडबैक के आधार पर 100 तक बसें चलाने की तैयारी है।

Vikrant Shekhawat : Apr 17, 2022, 01:37 PM
मध्य प्रदेश के दो बड़े शहर इंदौर और भोपाल के बीच यात्रा करने वालों के लिए अच्छी खबर है। जून से दोनों शहरों के बीच इलेक्ट्रिक बसें चलाने की योजना है। पहले 10 बसों से इसकी शुरुआत की जाएगी, फिर फीडबैक के आधार पर 100 तक बसें चलाने की तैयारी है।

ग्रीनसेल मोबिलिटी के सीईओ अशोक अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि इलेक्ट्रिक बस में एक किमी की दूरी सवा यूनिट बिजली जलेगी। एक किमी में इसकी लागत करीब 12 रुपये आएगी जबकि डीजल में इसका खर्च 40 रुपये के आसपास आता है। इसका संचालन भले ही सस्ता है लेकिन लग्जरी डीजल बस की तुलना में इसकी कीमत दोगुना है। एक बस साल भर में 5 हजार टन कार्बन डाई ऑक्साइड का उत्सर्जन रोकेगी। साल भर में एक बस दो लाख किमी चलेगी।

अग्रवाल ने बताया कि एक बार की चार्जिंग में बस 250 किमी चलेगी। इसके चार्जिंग स्टेशन भोपाल-इंदौर में होंगे। इसके अलावा दोनों शहरों के बीच जहां बस हॉल्ट करेगी, वहां भी चार्जिंग स्टेशन बनाने पर विचार रहेगा। उन्होंने बताया कि एक इलेक्ट्रिक बस की कीमत करीब ढाई करोड़ है। इस तरह प्रदेश में 100 बसों पर लगभग 250 करोड़ रुपए का निवेश होगा। इसमें 12 मीटर की बस 45 सीटर और साढ़े 13 मीटर की बस 54 सीटर होगी। यह प्रदेश के कई रुट्स पर चलेंगी। अग्रवाल ने कहा कि भोपाल-इंदौर के यात्रियों के लिए एयरपोर्ट की तर्ज पर लाउंज बनाए जाएंगे ताकि उन्हें किसी तरह की दिक्कत न हो। इसमें फूड एंड बेवरेज की सुविधा मिलेगी।

अग्रवाल ने बताया कि एक बस में 7 कर्मचारियों का स्टाफ लगता है। ये लोकल होंगे। इलेक्ट्रिक बस का अभी ट्रायल चल रहा है। यह भी इंदौर-भोपाल की दूरी तय करने में 3 घंटे का समय लेगी। किराया अभी तय नहीं है। बसों की मैन्यूफेक्चरिंग यूनिट बेंगलुरु में है।