Live Hindustan : Jun 29, 2020, 09:04 AM
नई दिल्ली: मौसम विभाग के मुताबिक आज बिहार, असम, मध्य प्रदेश और मेघालय में भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है। इसके साथ ही पूर्वी उत्तर प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल, गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, कोस्टल और साउथ इंटीरियर कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल में भारी बारिश हो सकती है। बिहार, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, लद्दाख, उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक,केरल में आंधी और आकाशीय बिजली गिरने का अनुमान है।देश के कई हिस्सों में बारिश जारी, चार की मौतअसम में बारिश से संबंधित घटनाओं में तीन लोगों की जान चली गई और जम्मू कश्मीर में बिजली गिरने से एक नाबालिग लड़की की मौत हो गई। देश के कई हिस्सों में रविवार को दक्षिण पश्चिमी मानसून के कारण लगातार बारिश हुई। असस में बाढ़ से 23 जिलों में लगभग 9।3 लाख लोग प्रभावित हुए है। गुवाहाटी समेत कई क्षेत्रों में ब्रह्मपुत्र नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।रविवार को गुवाहाटी में भूस्खलन की दो घटनाएं हुई और अधिकारियों ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा। गुवाहाटी में राजभवन के निकट एक महिला कॉलेज की छात्रा भूस्खलन में दब गई। भूस्खलन की दूसरी घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। एक आधिकारिक अनुमान के अनुसार, बाढ़ के कारण धेमाजी और उदलगिरि जिलों में दो और लोगों की मौत हो गई। असम में बाढ़ से अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है। सिक्किम में, ऊपरी जोंगू क्षेत्र में बाढ़ में 19 मकान और एक माध्यमिक विद्यालय का एक छात्रावास क्षतिग्रस्त हो गया जिससे कम से कम 35 परिवार प्रभावित हुए।केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से बाढ़ की स्थिति के संबंध में बातचीत की। उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी बात की और उन्हें संभावित बाढ़ की स्थिति में केंद्रीय मदद का आश्वासन दिया क्योंकि महानंदा नदी का जल स्तर बढ़ता जा रहा है।MP में नदियां खतरे के निशान से ऊपरमानसून के दौरान मध्य भारत में भी बारिश का सिलसिला जारी है और विभिन्न स्थानों पर कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। मध्य प्रदेश में इस साल मानसून की अनुकूल शुरुआत होने से जून माह में अब तक सामान्य से 88 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। मौसम विज्ञान केन्द्र, भोपाल के अधिकारी जीडी मिश्रा ने रविवार को बताया कि प्रदेश में 14 जून को मानसून पहुंच गया और अगले दस दिन तक सक्रिय रहा।उन्होंने बताया, ‘‘इससे पहले मानसून मध्यप्रदेश में जून माह के उत्तरार्ध में पहुंचता था और प्रदेश में फैलने में समय लगता था। लेकिन, इस बार ग्वालियर और जबलपुर जिलों को छोड़कर प्रदेश में एक जून से 27 जून के बीच सामान्य से 88 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गयी है।’’अन्य राज्यों का हालउत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में मानसून की सक्रियता बरकरार है। पिछले 24 घंटों के दौरान इन भागों के अनेक हिस्सों में बारिश हुई है। आंचलिक मौसम केंद्र की रिपोर्ट के मुताबिक, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मानसून पूरी तरह सक्रिय है और राज्य के इन इलाकों में पिछले 24 घंटों के दौरान अनेक स्थानों पर बारिश हुई।जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में बिजली गिरने से 10 साल की बच्ची की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गये। पुलिस ने यह जानकारी दी। दिल्ली , राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में हालांकि तापमान में बढोत्तरी जारी है। राजस्थान के अधिकतर हिस्सों में शनिवार के मुकाबले रविवार को अधिकतम और न्यूनतम तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि दर्ज की गई। श्रीगंगानगर में अधिकतम तापमान 43।0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक धौलपुर में दो सेंटीमीटर, धौलपुर के सैपऊ और भरतपुर में कुम्हेर में एक एक सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई।