Vikrant Shekhawat : Jan 17, 2022, 09:13 PM
संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में एक बार फिर यमन के हूती विद्रोहियों ने बड़ा हमला किया है। अबू धाबी पुलिस ने जानकारी दी है कि अज्ञात हमलावरों ने मुसाफ्फा इलाके में धमाका किया। हमला ड्रोन से बताया जा रहा है जो इलाके में तेल के तीन टैंकरों पर गिराया गया। इसके बाद तेल के टैंकरों में जोरदार विस्फोट हुआ। इस विस्फोट की आग अबू धाबी एयरपोर्ट तक पहुंच गई। इस हमले में दो भारतीय और एक पाकिस्तानी नागरिक की मौत हो गई है। जबकि छह लोग घायल हुए हैं।घटना सोमवार सुबह की बताई जा रही है। एपी न्यूज एजेंसी के हवाले से अबू धाबी पुलिस ने बताया कि संभावित ड्रोन से तेल के टैंकरों पर किया गया विस्फोट इतना जोरदार था कि अबूधाबी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के नए निर्माण स्थल पर भी आग फैल लग गई। हालांकि एयरपोर्ट पर ज्यादा नुकसान की खबर नहीं है। स्थानीय मीडिया की मानें तो इस हमले की जिम्मेदारी यमन के हूती विद्रोहियों ने ली है। दुबई के अल-अरबिया इंग्लिश की रिपोर्ट के अनुसार, इस हमले में तीन लोगों की मौत हो गई है। जिसमें एक पाकिस्तानी और दो भारतीय नागरिक शामिल हैं। जबकि छह अन्य घायल हुए हैं। यूएई में भारतीय राजदूत संजय सुधीर ने एएनआई से पुष्टि की है कि ड्रोन हमले में दो भारतीय नागरिक मारे गए हैं। उनकी पहचान जारी की जा रही है।हूती विद्रोहियों के दावे को नकाराअबू धाबी पुलिस ने संदिग्ध हमले के पीछे अभी किसी पर संदेह नहीं जताया है, लेकिन यमन के हूती विद्रोहियों ने संयुक्त अरब अमीरात पर निशाना साधने के लिए हमला करने की जिम्मेदारी ली है। ईरान समर्थित हूतियों ने पहले भी अनेक हमलों को अंजाम दिये जाने का दावा किया है, जिन्हें बाद में अमीरात के अधिकारियों ने खारिज कर दिया।अबू धाबी पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में छोटी-छोटी उड़ने वाली वस्तुओं के दोनों इलाकों में गिरने का पता चला है, जो संभवत: ड्रोन से संबंधित हो सकती हैं। इनसे विस्फोट और आग की घटना को अंजाम दिया गया हो सकता है। उन्होंने कहा कि इन घटनाओं में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। पुलिस ने इससे ज्यादा जानकारी नहीं दी।गौरतलब है कि यूएई 2015 की शुरुआत से ही यमन में संघर्ष कर रहा है। यमन में अंतरराष्ट्रीय समर्थन प्राप्त सरकार को सत्ता से बेदखल किये जाने के बाद ईरान समर्थित हूतियों के खिलाफ हमला छेड़ने वाले सऊदी नीत गठबंधन में यूएई अहम सदस्य था। यूएई ने यमन में अपने सैनिकों की संख्या कम कर दी है, लेकिन वह संघर्ष में सक्रियता से शामिल है और हूतियों से लड़ रहे प्रमुख मिलीशिया का समर्थन करता है। वह यमन में आतंकवाद निरोधक अभियानों में अमेरिका के साथ भी सहयोग कर रहा है।