Afghanistan Blast / अफगानिस्तान में दूतावास के बाहर तेज धमाका, 2 रूसी डिप्लोमैट्स समेत 20 की मौत

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में रूसी दूतावास के बाहर जोरदार धमाका हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक, इस घटना में 2 रूसी डिप्लोमैट समेत 20 लोगों की जान चली गई है. यह भी जानकारी दी गई है कि हमलावर को सुरक्षाबलों ने बंदूक से निशाना लगाकर मार गिराया. स्थानीय मीडिया के मुताबिक, रूसी दूतावास के मेन गेट पर उस वक्त आत्मघाती धमाका हुआ जब वीजा के लिए लोग कतार में लगे थे.

Vikrant Shekhawat : Sep 05, 2022, 05:52 PM
Afghanistan Blast: अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी काबुल (Kabul) में रूसी दूतावास (Russian Embassy) के बाहर जोरदार धमाका हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक, इस घटना में 2 रूसी डिप्लोमैट (Russian Diplomats) समेत 20 लोगों की जान चली गई है. यह भी जानकारी दी गई है कि हमलावर को सुरक्षाबलों ने बंदूक से निशाना लगाकर मार गिराया. 

स्थानीय मीडिया के मुताबिक, रूसी दूतावास के मेन गेट पर उस वक्त आत्मघाती धमाका हुआ जब वीजा के लिए लोग कतार में लगे थे. आरआईए-नोवोस्ती समाचार एजेंसी ने एक सूत्र के हवाले से बताया कि विस्फोट तब हुआ जब दूतावास का एक कर्मचारी कतार में  इंतजार कर रहे लोगों के पास गया. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में मरने वालों की संख्या 25 बताई जा रही है. 

शनिवार को एक स्कूल में हुआ था धमाका

इससे पहले शनिवार को दक्षिणी अफगानिस्तान के हेलमंद प्रांत में एक स्कूल में हुए धमाके में चार बच्चों की मौत हो गई थी. बताया गया था कि बच्चों को एक बिना फटा हुआ एक गोला मिला था, जिसे वे स्कूल में खेलने के लिए ले आए थे. इस दौरान गोला फट गया और बच्चों की जान चली गई. तीन अन्य बच्चे इस घटना में घायल हुए थे.

वहीं, पिछले शुक्रवार को पश्चिमी अफगानिस्तान के शहर हेरात की गुजरगाह मस्जिद में आत्मघाती धमाका हुआ था. धमाका जुमे की नमाज के दौरान हुआ था, जिसमें मस्जिद का इमाम मुजीब रहमान अंसारी और कई अन्य लोग मारे गए थे. बाद में अधिकारियों ने बताया था कि मस्जिद में हुए धमाके में इमाम समेत 18 लोगों की मौत हुई और 23 लोग घायल हुए. 

हाल के महीनों में कई बम धमाके

अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने के बाद से माना जा रहा था कि हिंसा में कमी आई है लेकिन हाल के महीनों में कई बम धमाके हुए. ज्यादातर हमलों में अल्पसंख्यकों निशाना बनाया गया. कई हमलों की जिम्मेदारी खूंखार आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ने ली है.  आईएस भी तालिबान की तरह एक सुन्नी इस्लामिक समूह लेकिन वैचारिक आधार पर दोनों में कड़वाहट है और वे एक दूसरे के प्रतिद्वंदी है. अफगानिस्तान के तालिबान अधिकारियों को दावा है कि इस्लामिक स्टेट को हरा दिया गया है लेकिन जानकारों का मानना है कि यह अफगान की सुरक्षा के लिए मौजूदा शासकों के लिए चुनौती बना हुआ है.

बता दें कि 17 अगस्त को भी काबुल की एक मस्जिद में धमाका हुआ था. यह धमाका शाम के वक्त हुआ था जब कई लोग इबादत के लिए मस्जिद में जमा थे. इस धमाके में 21 लोगों की मौत हो गई थी और दर्जनों लोग घायल हुए थे.