Vikrant Shekhawat : Aug 09, 2019, 03:56 PM
भारत छोड़ो आंदोलन की जयंती पर प्रकाश जावड़ेकर ने राष्ट्रपति को गांधी एल्बम भेंट किया, राष्ट्रपति ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के समारोह में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए सरकारी कर्मचारियों से आग्रह कियासूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज राष्ट्रपति भवन में भारत छोड़ो आंदोलन की जयंती पर राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को “महात्मा गांधी : चित्रमय जीवन गाथा” नामक पुस्तक भेंट की। इस पुस्तक में 550 तस्वीरों के जरिये महात्मा गांधी के जीवन और उनके समय की सचित्र कहानी प्रस्तुत की गई है। इस पुस्तक को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अधीन प्रकाशन विभाग ने छापा है।
पुस्तक का संक्षिप्त परिचय
पुस्तक में दुर्लभ तस्वीरों के जरिये महात्मा गांधी के जीवन और उनके समय को विस्तार के साथ पेश किया गया है। इसमें एक अंतर्मुखी और शर्मीले बालक से लेकर महात्मा गांधी के शुरूआती वर्षों और शिक्षा तथा दक्षिण अफ्रीका में उनके ‘महात्मा’ बनने तक की दास्तान दी गई है। सत्य के साथ उनके प्रयोग सहित 20वीं शताब्दी में सघन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका विस्तार के साथ बताई गई है। पहली बार पुस्तक के हिंदी संस्करण को निकाला गया है ताकि यह पुस्तक बड़े पैमाने पर पाठकों तक पहुंच सके।
इस पुस्तक का अंग्रेजी संस्करण पहली बार 1970 में छापा गया था। इसमें महात्मा गांधी पहली पुण्यतिथि के अवसर पर जनवरी, 1949 में राजघाट पर आयोजित सर्वोदय दिवस प्रदर्शनी की तस्वीरें शामिल हैं। राष्ट्रीय गांधी संग्रहालय द्वारा प्राप्त तस्वीरों के आधार पर नए हिंदी संस्करण सहित इस धरोहर प्रकाशन को बेहतर डिजाइन और गुणवत्ता के साथ दोबारा मुद्रित किया गया है।
प्रकाश जावड़ेकर ने राष्ट्रपति को #गांधी150 समारोह के बारे में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के प्रयासों से अवगत कराया
प्रकाश जावड़ेकर ने राष्ट्रपति को पुस्तक की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए बताया कि इन अल्बमों में भारत के स्वतंत्रता संग्राम की झांकी मौजद है। उन्होंने राष्ट्रपति को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाए जाने के बारे में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के प्रयासों से अवगत कराया। मंत्रालय का दायित्व सिर्फ उसके अपने प्रयासों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि वह अपने मीडिया इकाइयों के जरिये सरकार के अन्य मंत्रालयों के प्रयासों को भी रेखांकित कर रहा है, ताकि लोगों तक कारगर पहुंच हो सके।
जावड़ेकर ने महात्मा गांधी की रचनाओं के संकलन के बारे में भी राष्ट्रपति को अवगत कराया, जिसका ई-संस्करण भी उपलब्ध है। महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में प्रकाशन विभाग ने 20 से अधिक पुस्तकों और 50 ई-पुस्तकों का प्रकाशन किया है, जिसमें कस्तूरबा गांधी पर भी एक पुस्तक शामिल है। राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद ने महात्मा गांधी के मूल्यों और आदर्शों के प्रचार के लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इस वर्ष गांधी जयंती के सप्ताह भऱ पहले से अपने प्रयासों में और तेजी लाएं। उन्होंने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के समारोह में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए सरकारी कर्मचारियों से आग्रह किया।
टीम डीपीडी ने राष्ट्रपति से भेंट की
सूचना एवं प्रसारण सचिव अमित खरे ने इन पुस्तकों के प्रकाशन में सहयोग करने वाले प्रकाशन विभाग की प्रधान महानिदेशक डॉ. साधना राउत, निदेशक राजेन्द्र भट्ट, संयुक्त निदेशक वी.के. मीणा और डिजाइनर नीरज सहाय का परिचय राष्ट्रपति से कराया।
पुस्तक का संक्षिप्त परिचय
पुस्तक में दुर्लभ तस्वीरों के जरिये महात्मा गांधी के जीवन और उनके समय को विस्तार के साथ पेश किया गया है। इसमें एक अंतर्मुखी और शर्मीले बालक से लेकर महात्मा गांधी के शुरूआती वर्षों और शिक्षा तथा दक्षिण अफ्रीका में उनके ‘महात्मा’ बनने तक की दास्तान दी गई है। सत्य के साथ उनके प्रयोग सहित 20वीं शताब्दी में सघन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका विस्तार के साथ बताई गई है। पहली बार पुस्तक के हिंदी संस्करण को निकाला गया है ताकि यह पुस्तक बड़े पैमाने पर पाठकों तक पहुंच सके।
इस पुस्तक का अंग्रेजी संस्करण पहली बार 1970 में छापा गया था। इसमें महात्मा गांधी पहली पुण्यतिथि के अवसर पर जनवरी, 1949 में राजघाट पर आयोजित सर्वोदय दिवस प्रदर्शनी की तस्वीरें शामिल हैं। राष्ट्रीय गांधी संग्रहालय द्वारा प्राप्त तस्वीरों के आधार पर नए हिंदी संस्करण सहित इस धरोहर प्रकाशन को बेहतर डिजाइन और गुणवत्ता के साथ दोबारा मुद्रित किया गया है।
प्रकाश जावड़ेकर ने राष्ट्रपति को #गांधी150 समारोह के बारे में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के प्रयासों से अवगत कराया
प्रकाश जावड़ेकर ने राष्ट्रपति को पुस्तक की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए बताया कि इन अल्बमों में भारत के स्वतंत्रता संग्राम की झांकी मौजद है। उन्होंने राष्ट्रपति को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाए जाने के बारे में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के प्रयासों से अवगत कराया। मंत्रालय का दायित्व सिर्फ उसके अपने प्रयासों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि वह अपने मीडिया इकाइयों के जरिये सरकार के अन्य मंत्रालयों के प्रयासों को भी रेखांकित कर रहा है, ताकि लोगों तक कारगर पहुंच हो सके।
जावड़ेकर ने महात्मा गांधी की रचनाओं के संकलन के बारे में भी राष्ट्रपति को अवगत कराया, जिसका ई-संस्करण भी उपलब्ध है। महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में प्रकाशन विभाग ने 20 से अधिक पुस्तकों और 50 ई-पुस्तकों का प्रकाशन किया है, जिसमें कस्तूरबा गांधी पर भी एक पुस्तक शामिल है। राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद ने महात्मा गांधी के मूल्यों और आदर्शों के प्रचार के लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इस वर्ष गांधी जयंती के सप्ताह भऱ पहले से अपने प्रयासों में और तेजी लाएं। उन्होंने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के समारोह में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए सरकारी कर्मचारियों से आग्रह किया।
टीम डीपीडी ने राष्ट्रपति से भेंट की
सूचना एवं प्रसारण सचिव अमित खरे ने इन पुस्तकों के प्रकाशन में सहयोग करने वाले प्रकाशन विभाग की प्रधान महानिदेशक डॉ. साधना राउत, निदेशक राजेन्द्र भट्ट, संयुक्त निदेशक वी.के. मीणा और डिजाइनर नीरज सहाय का परिचय राष्ट्रपति से कराया।