- भारत,
- 27-Mar-2025 07:40 PM IST
Rupee Decline Analysis: बीते कुछ दिनों में भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले लगातार दबाव में नजर आ रहा है। गुरुवार को कारोबार के दौरान रुपया 24 पैसे की गिरावट के साथ 85.93 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। यह गिरावट आकस्मिक नहीं है, बल्कि इसके पीछे पांच प्रमुख कारण काम कर रहे हैं, जिन्हें रुपए के "पांच दुश्मन" कहा जा सकता है।
रुपए में गिरावट के पांच प्रमुख कारण
- ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा आयातित वाहनों पर 25% शुल्क लगाने की घोषणा के बाद डॉलर की मजबूती बढ़ी है। इस टैरिफ पॉलिसी के कारण भारतीय ऑटो सेक्टर के शेयर दबाव में आ गए हैं, जिसका असर रुपए पर भी देखने को मिल रहा है। - डॉलर इंडेक्स में तेजी
हाल के दिनों में डॉलर इंडेक्स में 1.5% से 2% की तेजी दर्ज की गई है। पहले यह 103 के स्तर से नीचे चला गया था, लेकिन अब यह 104.50 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। डॉलर इंडेक्स की मजबूती भारतीय मुद्रा पर दबाव बना रही है। - कच्चे तेल की कीमतों में इजाफा
वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए चुनौती बनी हुई है। मार्च के बाद से तेल की कीमतों में 5% से अधिक की बढ़त दर्ज की गई है, जिससे भारत का व्यापार घाटा बढ़ रहा है और रुपया कमजोर हो रहा है। - डॉलर की बढ़ती मांग
वित्तीय वर्ष के अंत में आमतौर पर डॉलर की मांग बढ़ जाती है, क्योंकि कंपनियां अपने वित्तीय समायोजन के लिए अधिक डॉलर खरीदती हैं। इससे रुपए पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। - लिक्विडिटी की कमी
भारतीय मुद्रा बाजार में नकदी की किल्लत बनी हुई है, जिससे रुपये पर लगातार दबाव बना हुआ है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि लिक्विडिटी की समस्या बनी रहती है, तो निकट भविष्य में रुपया और अधिक गिर सकता है।