Waqf Amendment Bill: लोकसभा में आज दोपहर 12 बजे वक्फ संशोधन बिल पेश किया जाएगा। संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू इस बिल को लोकसभा में प्रस्तुत करेंगे। इस बिल पर चर्चा के लिए 8 घंटे का समय निर्धारित किया गया है, लेकिन सरकार ने संकेत दिया है कि यदि सदन सहमत होता है तो चर्चा का समय बढ़ाया जा सकता है। सरकार की ओर से आज ही चर्चा का उत्तर भी दिया जाएगा। इसके साथ ही, सत्तारूढ़ दल बीजेपी ने अपने सभी सांसदों के लिए व्हिप जारी कर सदन में उपस्थिति सुनिश्चित करने को कहा है। इसी प्रकार, टीडीपी और जेडीयू ने भी अपने सांसदों को व्हिप जारी किया है।
विपक्ष का विरोध
विपक्ष इस विधेयक का जोरदार विरोध कर रहा है। कांग्रेस सांसद किरण कुमार चमाला ने कहा कि यदि विधेयक किसी विशेष समुदाय के खिलाफ जाता है, तो इसका विरोध किया जाएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि लोकतंत्र में उठाए गए मुद्दों पर चर्चा की जानी चाहिए और इसे जबरन पारित नहीं किया जाना चाहिए।
कांग्रेस के खलीकुर रहमान ने इस प्रक्रिया को असंवैधानिक करार दिया और आरोप लगाया कि जेपीसी ने विपक्ष के सुझावों को नजरअंदाज किया है। समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर रहमान बर्क ने इस विधेयक को अधिकारों का हनन करार दिया और इसे तानाशाहीपूर्ण कदम बताया।
आरजेडी और जन सुराज पार्टी की प्रतिक्रिया
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने इसे असंवैधानिक बताया और आरोप लगाया कि भाजपा 'नागपुर का कानून' थोपना चाहती है। उन्होंने कहा कि विविधता भारत की खूबसूरती है और इस तरह के विधेयक को स्वीकार नहीं किया जाएगा। वहीं, जन सुराज पार्टी के प्रशांत किशोर ने कहा कि सरकार जल्दबाजी में यह कानून बना रही है और यह ध्रुवीकरण की राजनीति का हिस्सा हो सकता है।
धार्मिक संगठनों की प्रतिक्रिया
दरगाह हजरत निजामुद्दीन औलिया के सज्जादानशीन सैयद फरीद अहमद निजामी ने इस विधेयक को विवादास्पद बताया। उन्होंने सरकार से मुलाकात कर अपनी आपत्तियां दर्ज करवाईं और आश्वासन मिलने की बात कही।