Waqf Amendment Bill / पीएम मोदी का वक्फ संशोधन बिल पास होने पर पहला रिएक्शन, बताया ‘ऐतिहासिक क्षण’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में वक्फ (संशोधन) विधेयक पारित होने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने इसे सामाजिक-आर्थिक न्याय और पारदर्शिता की दिशा में बड़ा कदम बताया। विधेयक मुस्लिम महिलाओं, गरीब और पसमांदा मुसलमानों को लाभ पहुंचाएगा। संसद में तेरह घंटे की चर्चा के बाद इसे पारित किया गया।

Waqf Amendment Bill: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में वक्फ (संशोधन) विधेयक पारित होने पर खुशी जताई और इसे ऐतिहासिक क्षण बताया। उन्होंने कहा कि यह कानून सामाजिक-आर्थिक न्याय, पारदर्शिता और समावेशी विकास को बढ़ावा देगा, खासकर उन लोगों के लिए जो लंबे समय से हाशिए पर हैं।

प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर कहा कि वक्फ व्यवस्था में वर्षों से पारदर्शिता की कमी रही है, जिससे मुस्लिम महिलाओं, गरीब मुसलमानों और पसमांदा समुदाय को नुकसान उठाना पड़ा है। यह विधेयक इन कमियों को दूर करेगा और वक्फ संपत्तियों के बेहतर प्रबंधन को सुनिश्चित करेगा।

पारदर्शिता और जवाबदेही को मिलेगा बढ़ावा

विधेयक पारित होने के बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि यह कानून देश में पारदर्शिता और जवाबदेही को मजबूती देगा। उन्होंने कहा कि इससे वक्फ संपत्तियों का उपयोग उन लोगों के कल्याण के लिए किया जा सकेगा जिनके हक में यह मूल रूप से थी।

उन्होंने कहा कि सरकार हर नागरिक के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और यह विधेयक उसी दिशा में उठाया गया एक ठोस कदम है। उन्होंने संसद में चर्चा में भाग लेने वाले सभी सदस्यों को धन्यवाद दिया और इस विषय पर दिए गए सुझावों की सराहना की।

लंबी चर्चा के बाद विधेयक को मिली मंजूरी

राज्यसभा में तेरह घंटे की विस्तृत चर्चा के बाद यह विधेयक पारित हुआ। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि वक्फ संपत्तियों की संख्या बढ़ने के बावजूद उनकी आय नगण्य रही है। उन्होंने आश्वस्त किया कि इस विधेयक से वक्फ संपत्तियों के बेहतर प्रबंधन और पारदर्शी प्रशासन को बढ़ावा मिलेगा।

सरकार ने स्पष्ट किया कि यह कानून मुसलमानों के धार्मिक और सामाजिक अधिकारों की रक्षा करेगा और किसी भी बाहरी हस्तक्षेप को रोकेगा। यह विधेयक उन भ्रांतियों को भी दूर करेगा जो वक्फ संपत्तियों के दुरुपयोग को लेकर फैलाई जा रही थीं।

समावेशी भारत की ओर एक और कदम

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार हर नागरिक की गरिमा को बनाए रखने और समावेशी भारत के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने इस विधेयक को पारित करने में सहयोग देने वाले सभी पक्षों का आभार व्यक्त किया और कहा कि यह लोकतंत्र में व्यापक बहस और संवाद के महत्व को दर्शाता है।

विधेयक के पारित होने के बाद उम्मीद की जा रही है कि इससे वक्फ संपत्तियों का सही उपयोग होगा और इससे गरीब मुसलमानों, विशेषकर महिलाओं और पसमांदा समुदाय को वास्तविक लाभ मिलेगा।