- भारत,
- 27-Apr-2025 10:38 PM IST
Pahalgam Terrorist Attack: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम क्षेत्र में 26 निर्दोष लोगों की नृशंस हत्या ने पूरे देश को हिला दिया है। यह दिल दहला देने वाली घटना मंगलवार को घटित हुई, और इसके बाद से ही पूरा देश इस आतंकवादी हमले की भर्त्सना कर रहा है। हत्या के बाद, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए), जम्मू-कश्मीर पुलिस, खुफिया ब्यूरो और रॉ जैसी प्रमुख जांच एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं और मामले की गहनता से जांच कर रही हैं।
मुख्य संदिग्धों की पहचान
जांच के दौरान, इलेक्ट्रॉनिक निगरानी के माध्यम से 15 कश्मीरी ओवरग्राउंड वर्कर्स (OGWs) और आतंकवादियों के मददगारों की पहचान की गई है, जो इस हमले में मुख्य संदिग्ध माने जा रहे हैं। ये लोग पाकिस्तान के आतंकवादियों की सहायता में संलिप्त थे और इस हत्याकांड को अंजाम देने में मदद कर रहे थे। जांच से यह स्पष्ट हुआ है कि इन संदिग्धों ने न केवल आतंकियों को रसद सप्लाई की, बल्कि संभवतः पाकिस्तान से हथियारों की खेप भी मंगवाई थी।
इलेक्ट्रॉनिक निगरानी और पाकिस्तानी आतंकवादियों से बातचीत का खुलासा
एनआईए और अन्य एजेंसियों की निगरानी से एक महत्वपूर्ण चैट का खुलासा हुआ है, जिसमें गिरफ्तार किए गए तीन संदिग्ध पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकवादियों से संपर्क कर रहे थे। वे आतंकवादियों को अपनी मदद देने के तरीके पर चर्चा कर रहे थे, जो इस हमले को अंजाम देने के लिए सहायक थे। इन चर्चाओं ने जांचकर्ताओं को इस मामले में नई दिशा दी है और संदिग्धों की भूमिका को स्पष्ट किया है।
पांच प्रमुख संदिग्धों की गिरफ्तारी
जांच के दौरान, जांचकर्ताओं ने पांच प्रमुख संदिग्धों को पकड़ लिया है, और तीन को गिरफ्तार किया जा चुका है। इन सभी संदिग्धों के फोन और स्थानिक गतिविधियों से यह पता चला कि वे हमले के समय और उससे पहले क्षेत्र में सक्रिय थे। ये लोग इलाके में आतंकवादियों को मार्गदर्शन देने और उनकी सहायता करने में शामिल थे। पुलिस अब अन्य दो कश्मीरी ओवरग्राउंड वर्कर्स की तलाश कर रही है, जो इस कृत्य में शामिल हो सकते हैं।
200 से अधिक लोगों से पूछताछ और संदिग्धों की पहचान
सूत्रों के मुताबिक, 200 से अधिक कश्मीरी ओवरग्राउंड वर्कर्स को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है, क्योंकि ये लोग पाकिस्तान के आतंकवादियों के संपर्क में रहते हैं और उन्हें शरण देने का काम करते हैं। अब तक 1500 से अधिक लोगों से पूछताछ की जा चुकी है, और 15 संदिग्धों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। जांचकर्ताओं को इन कश्मीरी ओवरग्राउंड वर्कर्स से अहम जानकारी मिल सकती है, जो हमले से संबंधित घटनाओं को जोड़ने में मददगार हो सकती है।
आतंकी हमले में पाकिस्तान की भूमिका
जांच के दौरान यह भी पता चला है कि पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों को पाकिस्तान से हथियारों की सप्लाई की गई थी। स्थानीय ओवरग्राउंड वर्कर्स ने इन आतंकियों को रसद मुहैया कराई थी और उन्हें पाकिस्तान से आने वाली हथियारों की खेप के बारे में जानकारी दी थी। यह पूरे मामले को और भी गंभीर बनाता है, क्योंकि यह सीधे तौर पर पाकिस्तान के आतंकवादियों के समर्थन और उनकी गतिविधियों से जुड़ा हुआ है।
घने जंगलों में छिपे हो सकते हैं हमलावर
हमले के बाद से सुरक्षाकर्मियों ने पहलगाम के बैसरन क्षेत्र में स्थित घने जंगलों में तलाशी अभियान तेज कर दिया है। हालांकि अब तक हमलावरों का कोई सुराग नहीं मिला है, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि वे अभी भी इन जंगलों में छिपे हो सकते हैं। सुरक्षाकर्मी इलाके की खंगालने में जुटे हुए हैं, ताकि हमलावरों को पकड़कर न्याय के कटघरे में लाया जा सके।