देश / द. अफ्रीका में कोविड-19 के नए वैरिएंट को लेकर केंद्र ने राज्यों के लिए जारी की एडवाइज़री

केंद्र ने दक्षिण अफ्रीका में कोविड-19 के नए वैरिएंट B.1.1.529 का पता चलने पर राज्यों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। बकौल सरकार, दक्षिण अफ्रीका में इस वैरिएंट के 6, हॉन्ग-कॉन्ग में 1 व बोत्सवाना में 3 केस रिपोर्ट हुए। केंद्र ने राज्यों से इन देशों के अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों की कड़ी स्क्रीनिंग व कोविड-19 टेस्टिंग सुनिश्चित करने को कहा है।

Vikrant Shekhawat : Nov 26, 2021, 07:44 AM
नई दिल्ली: दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट B.1.1.1.529 को लेकर अब भारत में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को लिखे पत्र में विदेश से आने वालों पर नजर रखने का निर्देश दिया है। दक्षिण अफ्रीका में वैज्ञानिकों ने गुरुवार को कोविड-19 के कई म्यूटेशन वाले इस नए वेरिएंट का पता लगाने का दावा किया। कोरोना के इस नए वैरिएंट के मामले दक्षिण अफ्रीका और उसके पड़ोसी बोत्सवाना में मिले हैं।

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में कहा है, "इस वैरिएंट में काफी अधिक संख्या में म्यूटेशन होने की सूचना है। ऐसे में जोखिम वाले देशों से भारत की यात्रा करने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों पर नजर रखी जानी चाहिए और उनकी टेस्टिंग होनी चाहिए।

इसके अलावा मंत्रालय ने चिट्ठी में हाई रिस्क वाले देशों से भारत की यात्रा करने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के संपर्क में आने वालों को भी बारीकी से ट्रैक करने और उनकी टेस्टिंग करने का निर्देश दिया है। राजेश भूषण ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अतिरिक्त मुख्य सचिवों, प्रमुख सचिवों और स्वास्थ्य सचिवों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि नए वैरिएंट के लिए पॉजिटिव आने वाले यात्रियों के नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग लैब में भेजे जाएं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अधिकारियों ने दक्षिण अफ्रीका और पड़ोसी बोत्सवाना में फैल रहे नए वेरिएंट B.1.1529 पर बैठक में चर्चा की। यूसीएल जेनेटिक्स इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर फ्रेंकोइस बलौक्स के साइंस मीडिया सेंटर में प्रकाशित बयान के मुताबिक, यह वेरिएंट संभवत: क्रोनिक इन्फेक्शन वाले किसी एचआईवी/एड्स के मरीज में पैदा हुआ।

रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण अफ्रीका में अब तक नए वेरिएंट के 22 केस मिल चुके हैं। अभी डेटा सीमित है और वैज्ञानिक संक्रमण फैलाने की इसकी क्षमता परखने में जुटे हैं। हालांकि, कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि दक्षिण अफ्रीका में मिला नया वेरिएंट डेल्टा से भी बुरा हो सकता है, जो भारत में दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार था।