भोपाल । मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा महाविद्यालयीन स्नातक प्रथम एवं द्वितीय वर्ष तथा स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर के परीक्षार्थियों को जनरल प्रमोशन दिया जाएगा। यानी बिना परीक्षा दिए उन्हें पिछले सेमेस्टर के अंकों के आधार पर अगली कक्षा में प्रवेश दिया जाएगा। साथ ही स्नातक अंतिम वर्ष एवं स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर के परीक्षार्थियों के पूर्व वर्षों/ सेमेस्टर्स में से सर्वाधिक अंक प्राप्त परीक्षा परिणाम को प्राप्तांक मानकर अंतिम वर्ष/सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम घोषित किए जाएंगे। जो परीक्षार्थी परीक्षा देकर अपने अंकों में सुधार चाहते हैं, उनके पास परीक्षा देने का विकल्प भी रहेगा। वे बाद में ऑफलाइन परीक्षा दे सकेंगे। यह निर्णय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विश्वविद्यालयीन परीक्षाओं के संबंध में हुई बैठक में लिया। प्रदेश में स्नातक एवं स्नातकोत्तर के 17 लाख 77 हजार परीक्षार्थी हैं।
राज्य में बढ़ेंगी कोराेना टेस्टिंग
मध्य प्रदेश में कोरोना पर नियंत्रण के लिए प्रदेश स्तर पर टेस्टिंग बढ़ाई जाएगी। सोमवार को कोरोना की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना टेस्टिंग का राज्यवार बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जाएगा, जिसके जरिए प्रत्येक जिले में सघन सर्वे कर एक-एक कोरोना मरीज की पहचान की जाएगी। प्रदेश में कोरोना के संक्रमण की गति निरंतर धीमी हो रही है, अब हमें इसे पूरी तरह से खत्म करना है।
संक्रमण में मप्र 13वें स्थान पर पहुंचा
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना की डबलिंग रेट 50 दिन हो गई है जबकि भारत की 19.6 दिन है। प्रदेश की कोरोना ग्रोथ रेट 1.40 है जबकि भारत की 3.58 है। मध्यप्रदेश कोरोना संक्रमण में अब भारत में 13वें स्थान पर आ गया है।
रिकवरी रेट 76.3 प्रतिशत
मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्यप्रदेश की रिकवरी रेट 76.3 प्रतिशत हो गई है, जबकि भारत की 55.8 प्रतिशत है। प्रदेश में कोरोना के 175 नए मरीज मिले है, जबकि 200 मरीज स्वस्थ होकर घर गए हैं। प्रदेश में वर्तमान में कोरोना के एक्टिव प्रकरणों की संख्या 2342 रह गई है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि कोरोना मॉनीटरिंग के लिए बनाए गए वरिष्ठ प्रभारी अधिकारी अपने प्रभार के जिलों का दौरा करें तथा वहां की व्यवस्थाएं देखें। हमें कोरोना संक्रमण को हर हालत में रोकना है।
फर्स्ट कॉन्टैक्ट की ट्रेसिंग जरूरी
भिंड एवं रायसेन जिले की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि कोरोना संक्रमण रोकने के लिए कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए। फर्स्ट कॉन्टैक्ट की टैस्टिंग अनिवार्य रूप से की जाए।