Vikrant Shekhawat : Jun 23, 2021, 04:22 PM
अमेरिका के फ्लोरिडा में एक बुजर्ग महिला ने जब अपना बैंक बैलेंस देखा, तो उसके होश उड़ गए। उसने कभी सोचा भी नहीं था, कि उसके खाते में इतनी बड़ी रकम होगी। ये रकम करीब 1 बिलियन डॉलर यानि भारतीय करेंसी के हिसाब से अरबों रुपये में थी। बैंक अधिकारियों को जब बुजुर्ग महिला ने इसकी जानकारी, तो पूरे मामले का खुलासा हो सका।
फ्लोरिडा की रहने वाली बुजुर्ग महिला जूलिया योंकोव्स्की एटीएम से 20 डॉलर निकालने के लिए गईं थीं, लेकिन निकासी के दौरान एटीएम मशीन ने उन्हें अलर्ट किया, कि ये रकम निकालने पर उन्हें चार्ज देना होगा। मशीन द्वारा दी गई वार्निंग को अनदेखा करते हुए, उन्होंने इस ट्रांजेक्शन को जारी रखा।इसके बाद जब जूलिया ने अपना बैंक बैलेंस चेक किया, तो किया तो उनके होश उड़ गए। बैंक रसीद में उनके अकाउंट में 999,985,855.94 डॉलर यानि भारतीय करेंसी के अनुसार 7417 करोड़ रुपये थे। जूलिया ने बताया कि यह देखकर वह काफी डर गई थीं। उन्होंने कहा कि 'मैं यह देखकर डर गई थी। मुझे लगता है बहुत लोग ये सोच रहें होंगे कि मैंने लॉटरी जीती है, लेकिन यह बहुत भयभीत करने वाला था।' जूलिया ने आगे बताया कि 'जब मैंने मशीन में 20 डॉलर निकालने के लिए डाले तो उधर से मैसेज आया कि हम आपको 20 डॉलर तो दे देंगे लेकिन इसका आपको चार्ज लगेगा।जुलिया को जब पता चला कि उनके अकाउंट में करोड़ो-अरबों रुपया पड़ा है, बावजूद इसके उन्होंने उस रकम को टच नहीं किया। वो कहती हैं 'मैं ऐसी कहानियों से वाकिफ हूं, जिसमें लोगों ने पहले तो पैसा निकलवा लिया, फिर बाद में उन्हें वो पैसा भरना पड़ा। मैं उसका कुछ नहीं करूंगी क्योंकि वो मेरा पैसा नहीं है।'हालांकि, मंगलवार को एक बिलियन डॉलर की इस कहानी को कैश चेस बैंक द्वारा क्लीयर कर दिया गया। बैंक अधिकारियों ने WFLA को बताया कि वास्तव में जूलिया के बैंक खाते का बैलेंस निगेटिव में था। किसी भी बैंक खाते में संदिग्ध गतिविधियां होने पर इस प्रकार की संख्या का उपयोग किया जाता है। यही कारण था कि जब जूलिया ने 20 डॉलर अपने खाते से निकालना चाहे, तो वे इतनी छोटी रकम भी नहीं निकाल सकीं। बैंक प्रतिनिधि के अनुसार जूलिया का बैंक में उनके स्वर्गीय पति के साथ ज्वाइंट खाता था। जब जूलिया ने इसे प्रयोग करने की कोशिश की, तो बैंक द्वारा ग्रीन अलर्ट दिया गया, जिससे बैंक अकाउंट में नंबरों की ये हेराफेरी हुई।
फ्लोरिडा की रहने वाली बुजुर्ग महिला जूलिया योंकोव्स्की एटीएम से 20 डॉलर निकालने के लिए गईं थीं, लेकिन निकासी के दौरान एटीएम मशीन ने उन्हें अलर्ट किया, कि ये रकम निकालने पर उन्हें चार्ज देना होगा। मशीन द्वारा दी गई वार्निंग को अनदेखा करते हुए, उन्होंने इस ट्रांजेक्शन को जारी रखा।इसके बाद जब जूलिया ने अपना बैंक बैलेंस चेक किया, तो किया तो उनके होश उड़ गए। बैंक रसीद में उनके अकाउंट में 999,985,855.94 डॉलर यानि भारतीय करेंसी के अनुसार 7417 करोड़ रुपये थे। जूलिया ने बताया कि यह देखकर वह काफी डर गई थीं। उन्होंने कहा कि 'मैं यह देखकर डर गई थी। मुझे लगता है बहुत लोग ये सोच रहें होंगे कि मैंने लॉटरी जीती है, लेकिन यह बहुत भयभीत करने वाला था।' जूलिया ने आगे बताया कि 'जब मैंने मशीन में 20 डॉलर निकालने के लिए डाले तो उधर से मैसेज आया कि हम आपको 20 डॉलर तो दे देंगे लेकिन इसका आपको चार्ज लगेगा।जुलिया को जब पता चला कि उनके अकाउंट में करोड़ो-अरबों रुपया पड़ा है, बावजूद इसके उन्होंने उस रकम को टच नहीं किया। वो कहती हैं 'मैं ऐसी कहानियों से वाकिफ हूं, जिसमें लोगों ने पहले तो पैसा निकलवा लिया, फिर बाद में उन्हें वो पैसा भरना पड़ा। मैं उसका कुछ नहीं करूंगी क्योंकि वो मेरा पैसा नहीं है।'हालांकि, मंगलवार को एक बिलियन डॉलर की इस कहानी को कैश चेस बैंक द्वारा क्लीयर कर दिया गया। बैंक अधिकारियों ने WFLA को बताया कि वास्तव में जूलिया के बैंक खाते का बैलेंस निगेटिव में था। किसी भी बैंक खाते में संदिग्ध गतिविधियां होने पर इस प्रकार की संख्या का उपयोग किया जाता है। यही कारण था कि जब जूलिया ने 20 डॉलर अपने खाते से निकालना चाहे, तो वे इतनी छोटी रकम भी नहीं निकाल सकीं। बैंक प्रतिनिधि के अनुसार जूलिया का बैंक में उनके स्वर्गीय पति के साथ ज्वाइंट खाता था। जब जूलिया ने इसे प्रयोग करने की कोशिश की, तो बैंक द्वारा ग्रीन अलर्ट दिया गया, जिससे बैंक अकाउंट में नंबरों की ये हेराफेरी हुई।