Vikrant Shekhawat : Jun 12, 2021, 04:25 PM
जग्रेब: क्रोएशिया (Croatia) के उत्तरी इलाके के एक शहर लेग्राड (Legrad) में प्रशासन के सामने एक अजीबोगरीब समस्या खड़ी हो गई है। ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी कम होने की वजह से लोग अपने घरों को छोड़कर जा रहे हैं। लोग घरों को महज एक कुना या 12 रुपये में बेचने को मजबूर हैं।
लेग्राड शहर में क्यों घट रही जनसंख्या?रॉयटर्स में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, लेग्राड शहर क्रोएशिया की दूसरी ऐसी जगह थी, जहां देश की सबसे ज्यादा जनसंख्या रहती थी। लेकिन करीब 100 साल पहले ऑस्ट्रो और हंगरियन साम्राज्य (Austro-Hungarian Empire) के टूटने के बाद से यहां जनसंख्या लगातार कम हो रही है।लेग्राड के मेयर इवान साबोलिक ने कहा कि जब से हमारा शहर एक सीमावर्ती शहर बना है तब से यहां जनसंख्या लगातार कम हुई है। लेग्राड शहर की सीमा हंगरी से जुड़ी हुई है।ऐसा है लेग्राड शहर का नजाराजान लें कि लेग्राड शहर में हरियाली पर्याप्त है। यहां चारों ओर जंगल है। इस शहर में 2,250 लोग रहते हैं। 70 साल पहले लेग्राड शहर में आज के मुकाबले दोगुने लोग रहते थे।मेयर ने बताया कि हाल ही में 19 घर एक साथ खाली किए गए थे। इन घरों कीमत जानकर आप हैरान रह जाएंगे। यहां एक घर कीमत सिर्फ 1 कुना या 12 रुपये है। इनमें से 17 घर अब तक बिक चुके हैं।बसने में म्युनिसिपालिटी कर रही मददउन्होंने आगे कहा कि इनमें से कुछ घर टूटे हुए हैं। अगर कोई यहां मकान खरीदना चाहता है तो घर की मरम्मत करने के लिए म्युनिसिपालिटी उसकी मदद करेगी। अगर कोई भी यहां रहना चाहता है तो उसे कम से कम 15 साल का यहां रुकने का एग्रीमेंट करना होगा।
लेग्राड शहर में क्यों घट रही जनसंख्या?रॉयटर्स में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, लेग्राड शहर क्रोएशिया की दूसरी ऐसी जगह थी, जहां देश की सबसे ज्यादा जनसंख्या रहती थी। लेकिन करीब 100 साल पहले ऑस्ट्रो और हंगरियन साम्राज्य (Austro-Hungarian Empire) के टूटने के बाद से यहां जनसंख्या लगातार कम हो रही है।लेग्राड के मेयर इवान साबोलिक ने कहा कि जब से हमारा शहर एक सीमावर्ती शहर बना है तब से यहां जनसंख्या लगातार कम हुई है। लेग्राड शहर की सीमा हंगरी से जुड़ी हुई है।ऐसा है लेग्राड शहर का नजाराजान लें कि लेग्राड शहर में हरियाली पर्याप्त है। यहां चारों ओर जंगल है। इस शहर में 2,250 लोग रहते हैं। 70 साल पहले लेग्राड शहर में आज के मुकाबले दोगुने लोग रहते थे।मेयर ने बताया कि हाल ही में 19 घर एक साथ खाली किए गए थे। इन घरों कीमत जानकर आप हैरान रह जाएंगे। यहां एक घर कीमत सिर्फ 1 कुना या 12 रुपये है। इनमें से 17 घर अब तक बिक चुके हैं।बसने में म्युनिसिपालिटी कर रही मददउन्होंने आगे कहा कि इनमें से कुछ घर टूटे हुए हैं। अगर कोई यहां मकान खरीदना चाहता है तो घर की मरम्मत करने के लिए म्युनिसिपालिटी उसकी मदद करेगी। अगर कोई भी यहां रहना चाहता है तो उसे कम से कम 15 साल का यहां रुकने का एग्रीमेंट करना होगा।