देश / शौक बड़ी चीज है.. कैमरे के आकार का घर, बेटों का नाम कैनन और निकॉन

कैनन, निकॉन और एप्सन आप सोच रहे होंगे ये तो कैमरा बनाने वाली प्रमुख कंपनियों के नाम हैं लेकिन ये एक पिता के तीन बेटों के भी नाम हैं। जी हां, कैमरे के दीवाने एक पिता ने न सिर्फ अपने बच्चों का नाम कैमरा कंपनियों के नाम पर रखा है बल्कि अपना घर भी कैमरे के डिजाइन में ही तैयार करवाया है।हम बात कर रहे हैं कर्नाटक के बेलगावी के रहने वाले 49 साल के रवि होंगल की, जो पेशे से फोटोग्राफर हैं।

AajTak : Jul 16, 2020, 04:19 PM
कर्नाटक: कैनन, निकॉन और एप्सन आप सोच रहे होंगे ये तो कैमरा बनाने वाली प्रमुख कंपनियों के नाम हैं लेकिन ये एक पिता के तीन बेटों के भी नाम हैं। जी हां, कैमरे के दीवाने एक पिता ने न सिर्फ अपने बच्चों का नाम कैमरा कंपनियों के नाम पर रखा है बल्कि अपना घर भी कैमरे के डिजाइन में ही तैयार करवाया है।हम बात कर रहे हैं कर्नाटक के बेलगावी के रहने वाले 49 साल के रवि होंगल की, जो पेशे से फोटोग्राफर हैं। उन्होंने 71 लाख रुपये की लागत से अपना घर  कैमरे के आकार में बनवाया है और उसका नाम 'क्लिक' रखा है।

यह अब फोटोग्राफर्स और सेल्फी प्रेमियों का पसंदीदा अड्डा बन गया है। यह देखकर रवि होंगल बेहद खुश हैं और बताया कि उन्हें अपने 'सपनों के घर' को वास्तविकता में बदलने में ढाई साल लग गए।

रवि ने बताया कि फोटोग्राफी में उनकी दिलचस्पी करियर के शुरुआती दौर से ही रही है। उन्होंने बताया कि अपने फोटोग्राफर भाई प्रकाश को देखने के बाद इस दिशा में उनका रुझान बढ़ा। 80 के दशक के अंत में अपना SSLC पूरा करने के तुरंत बाद, रवि ने फोटोग्राफी को अपना पेशा बनाने का फैसला किया।

रवि ने कहा कि “मैंने आउटडोर शूटिंग के साथ शुरुआत की। मेरे पास एक जेनिट कैमरा था और बाद में उन्होंने एक पेंटाक्स खरीदा। मैं शादी और अन्य समारोहों को कवर करता था। मैंने तब एक स्टूडियो शुरू करने के लिए काफी बचत की, जिसका नाम मिनट रखा

इसके तुरंत बाद, उन्होंने रानी नाम की महिला से शादी की और अपनी पत्नी के नाम पर अपने स्टूडियो का नाम बदलकर 'रानी' रख लिया। रवि का कहना है कि उनकी पत्नी  ने फोटोग्राफी के शौक का लगातार समर्थन किया।

कैमरे के प्रति उनका ये प्यार बढ़ता गया और उन्होंने अपने पहली संतान (बेटे) का नाम कैमरे के नाम पर कैनन रखा। इसके बाद उन्हें दो बेटे और हुए जिनका नाम उन्होंने निकॉन और एप्सन रखा। हालांकि उन्होंने बताया कि इन नामों को रखने के लिए उन्हें परिवार में विरोध का सामना भी करना पड़ा था।