Women Premier League / ICC का जय शाह के अध्यक्ष पद संभालने से पहले ही फैसला, BCCI के टूर्नामेंट को दी अलग विंडो

ICC ने 2025-2029 के महिला क्रिकेट फ्यूचर टूर प्लान (FTP) का ऐलान किया, जिसमें विमेंस प्रीमियर लीग (WPL), विमेंस बिग बैश लीग, और द हंड्रेड को अलग विंडो दी गई है। वेस्टइंडीज महिला टीम 20 साल बाद अपना पहला टेस्ट मैच खेलेगी, जबकि भारत भी कई द्विपक्षीय सीरीज खेलेगा।

Vikrant Shekhawat : Nov 04, 2024, 10:20 PM
Women Premier League: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने महिलाओं के लिए 2025 से 2029 तक के फ्यूचर टूर प्रोग्राम (एफटीपी) का ऐलान किया है, जो महिला क्रिकेट को नए आयाम देने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस एफटीपी में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के विमेंस प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) को विशेष विंडो दी गई है, जिससे अब अधिक से अधिक विदेशी खिलाड़ियों के लिए इस लीग में शामिल होने का मार्ग प्रशस्त होगा। इसके अलावा, इंग्लैंड की महिला द हंड्रेड और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की विमेंस बिग बैश लीग (डब्ल्यूबीबीएल) को भी इस एफटीपी में स्थान दिया गया है। आईसीसी का यह फैसला महिला क्रिकेट को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान देने और व्यापकता प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

विमेंस प्रीमियर लीग को मिली जनवरी-फरवरी की विशेष विंडो

बीसीसीआई की विमेंस प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) को आईसीसी ने जनवरी-फरवरी में एक अलग विंडो दी है, ताकि इस समय पर कोई और टी20 टूर्नामेंट न हो और दुनिया भर की बेहतरीन खिलाड़ी इस लीग में हिस्सा ले सकें। इससे डब्ल्यूपीएल को न केवल भारतीय बल्कि वैश्विक स्तर पर भी अधिक लोकप्रियता मिलेगी और महिला क्रिकेट के स्तर को ऊंचा उठाने में मदद मिलेगी।

विमेंस बिग बैश लीग और महिला द हंड्रेड को भी मिली जगह

विमेंस प्रीमियर लीग के साथ-साथ, आईसीसी ने इंग्लैंड में खेली जाने वाली महिला द हंड्रेड और ऑस्ट्रेलिया की विमेंस बिग बैश लीग को भी एफटीपी में अलग से विंडो प्रदान की है। विमेंस बिग बैश लीग को नवंबर की विंडो में स्थान दिया गया है, जबकि महिला द हंड्रेड को अगस्त के महीने में जगह मिली है। इससे सभी बड़ी लीग्स के आयोजन के दौरान खिलाड़ियों को पर्याप्त विश्राम का समय मिलेगा और वे बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगी। इन तीनों प्रमुख लीग्स को एफटीपी में शामिल कर आईसीसी ने महिला क्रिकेट को और अधिक सुदृढ़ बनाने का प्रयास किया है।

वेस्टइंडीज महिला टीम 20 साल बाद खेलेगी अपना पहला टेस्ट

आईसीसी के इस एफटीपी में एक ऐतिहासिक फैसले के तहत वेस्टइंडीज की महिला टीम 20 साल के लंबे अंतराल के बाद अपना पहला टेस्ट मुकाबला खेलेगी। यह मैच एक टेस्ट सीरीज के तहत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मार्च 2026 में खेला जाएगा। इस सीरीज में अन्य फॉर्मेट की भी सीरीज होंगी। वेस्टइंडीज महिला टीम ने आखिरी बार 2003-04 में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच खेला था। इस फैसले से टेस्ट क्रिकेट में महिला क्रिकेट के प्रति नई रुचि जागृत होगी और यह खेल के विकास में महत्वपूर्ण साबित होगा।

भारतीय महिला टीम का दौरा और घरेलू सीरीज

भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए भी एफटीपी में कई रोमांचक सीरीज रखी गई हैं। साल 2026 में भारतीय महिला टीम ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका का दौरा करेगी, जहां वह टेस्ट सहित विभिन्न फॉर्मेट में मुकाबले खेलेगी। इसके अलावा, भारत को घरेलू मैदान पर भी टेस्ट सीरीज खेलने का मौका मिलेगा। इस एफटीपी के तहत भारतीय महिला टीम अपने घर पर ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलेगी, जो भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के लिए एक बड़ा आकर्षण होगा।

महिला वनडे चैंपियनशिप का विस्तार

आईसीसी ने महिला वनडे चैंपियनशिप का विस्तार भी करने का निर्णय लिया है, ताकि महिला क्रिकेट को अधिक से अधिक देशों में प्रोत्साहन मिल सके। वनडे चैंपियनशिप के विस्तार से नए देशों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने का मौका मिलेगा, जिससे महिला क्रिकेट की लोकप्रियता बढ़ेगी और खेल का दायरा बढ़ेगा।

निष्कर्ष

आईसीसी का यह नया महिला एफटीपी महिला क्रिकेट के बढ़ते महत्व को दर्शाता है। प्रमुख टी20 लीग्स को विशेष विंडो प्रदान करने और टेस्ट क्रिकेट में नई शुरुआत जैसे फैसलों से महिला क्रिकेट को वैश्विक स्तर पर और अधिक सशक्त बनाया जा रहा है। आईसीसी का यह कदम महिला क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने और खेल में विविधता लाने में मील का पत्थर साबित होगा।