AMAR UJALA : Sep 30, 2019, 07:21 AM
इस्लामाबाद | अमेरिका से लौटने के बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि जो लोग कश्मीरियों के साथ खड़े हैं, वे जिहाद कर रहे हैं। पाकिस्तान हमेशा कश्मीरियों का समर्थन करेगा। संयुक्त राष्ट्र महासभा के अपने पहले संबोधन में भी इमरान ने कश्मीर मुद्दे को उठाया था।
एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं से इमरान ने कहा, अगर दुनिया कश्मीरियों के साथ नहीं है तो कोई बात नहीं। हम हमेशा उनका साथ देंगे। ऐसा करना जिहाद है। हम ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि हम अल्लाह को खुश करना चाहते हैं। जब वक्त साथ नहीं देता तो उम्मीद नहीं छोड़नी चाहिए। निराश न हों क्योंकि कश्मीरियों को हमसे काफी उम्मीदें हैं। वे एक दिन जरूर जीतेंगे। 26/11 दोहराने नहीं देंगे: राजनाथरक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि भारत कभी भी मुंबई हमले को नहीं भूल सकता। अगर कोई गलती एक बार हो गई है तो इसे दोबारा किसी कीमत पर नहीं होने दिया जाएगा और इसलिए हमारी नौसेना और तटरक्षक बल हमेशा सतर्क रहते हैं। वह विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य पर पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। यह पोत अभी भारत की पश्चिम तट रेखा पर निगरानी का काम कर रहा है।उन्होंने कहा कि भारत की तटीय सीमाओं पर आतंकवाद की घटनाओं की चुनौतियां बनीं हुई हैं और पड़ोसी देश भारत को अस्थिर करने की कुटिल योजनाएं बना रहा है। विश्व का कोई भी मुल्क अपने पास सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम रखता है और हम किसी आतंकी हमले की संभावना को नकार नहीं सकते।
एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं से इमरान ने कहा, अगर दुनिया कश्मीरियों के साथ नहीं है तो कोई बात नहीं। हम हमेशा उनका साथ देंगे। ऐसा करना जिहाद है। हम ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि हम अल्लाह को खुश करना चाहते हैं। जब वक्त साथ नहीं देता तो उम्मीद नहीं छोड़नी चाहिए। निराश न हों क्योंकि कश्मीरियों को हमसे काफी उम्मीदें हैं। वे एक दिन जरूर जीतेंगे। 26/11 दोहराने नहीं देंगे: राजनाथरक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि भारत कभी भी मुंबई हमले को नहीं भूल सकता। अगर कोई गलती एक बार हो गई है तो इसे दोबारा किसी कीमत पर नहीं होने दिया जाएगा और इसलिए हमारी नौसेना और तटरक्षक बल हमेशा सतर्क रहते हैं। वह विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य पर पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। यह पोत अभी भारत की पश्चिम तट रेखा पर निगरानी का काम कर रहा है।उन्होंने कहा कि भारत की तटीय सीमाओं पर आतंकवाद की घटनाओं की चुनौतियां बनीं हुई हैं और पड़ोसी देश भारत को अस्थिर करने की कुटिल योजनाएं बना रहा है। विश्व का कोई भी मुल्क अपने पास सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम रखता है और हम किसी आतंकी हमले की संभावना को नकार नहीं सकते।