News18 : Sep 15, 2020, 09:43 AM
सूरत। देश के अलग-अलग राज्यों से नौकरी और रोजगार (Employment) के लिए गुजरात (Gujarat) के सूरत पहुंचे लोगों का कोरोना संकट के बीच गुजारा करना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में वे अपने गांव लौटने की तैयारी कर रहे हैं। इस बीच, ऐसे लोगों की मदद के लिए सूरत (Surat) के एक बिल्डर ने हाथ बढ़ाया है। बिल्डर ने अपनी नई स्कीम के फ्लैट्स ऐसे लोगों के लिए खोल दिए हैं। उसने ये फ्लैट्स बिना कोई किराया (Without Rent) लिए इन प्रवासी नौकरीपेशा और कामगारों (Migrant Workers) को देने का फैसला लिया है।
बिल्डिंग में रहने आए लोगों से नहीं लिया जा रहा है किरायाकोरोना वायरस (Coronavirus in India) के प्रकोप से फैली आर्थिक बदहाली (Economic Crisis) के बाद कई परिवार अपने गांव जाने को मजबूर हो रहे हैं। ऐसे में सूरत के एक बिल्डर ने दूसरे राज्यों से आए लोगों की मदद के लिए पूरी बिल्डिंग दे दी है, जहां रहने वालों से कोई किराया नहीं लिया जा रहा है। इस बिल्डिंग में रहने वाले लोगों को सिर्फ मेनटेनेंस (Maintenance) देना है। दरअसल, ओलपाड के उमरा में रुद्राक्ष लेक पैलेस नाम का एक प्रोजेक्ट बनकर तैयार हुआ। फिलहाल उन्हें खरीदने के लिए कोई नहीं आ रहा है। ऐसे में बिल्डर ने कोरोना संकट से परेशान लोगों को रहने के लिए फ्री घर (Free Flats) दिया है।सैलरी कम होने या नौकरी जाने से हो रही आर्थिक दिक्कतरुद्राक्ष लेक पैलेस के बिल्डर प्रकाश भालानी (Builder Prakash Bhalani) ने कहा कि 92 फ्लैट में से 42 फ्लैट में लोगों ने रहना शुरू भी कर दिया है। उन्होंने कहा कि रोजगार की उम्मीद के साथ कई परिवार सूरत शिफ्ट हुए। लॉकडाउन और फिर अनलॉक में कंपनियों ने या तो सैलरी काट (Salary Cut) ली या छंटनी (Layoffs) कर दी। इसके बाद ऐसे लोगों के लिए घर का किराया (House Rent) मुसीबत साबित हो रहा था। भालानी ने बताया कि जब हमने सोशल मीडिया पर फ्री फ्लैट्स देने की घोषणा की तो जरूरतमंद लोग तुरंत हमारे पास पहुंचने शुरू हो गए।हर परिवार से ले रहे हैं सिर्फ 1500 रुपये महीने मेनटेनेंसबिल्डिंग में रहने आईं आशा कुमावत कहती हैं कि जब तक हालात सामान्य नहीं होते रुद्राक्ष पैलेस में रहने वाले किसी भी व्यक्ति या परिवार से किराया नहीं लिया जाएगा। इससे हमें बहुत सहूलियत हुई है। भालानी ने कहा कि 92 फ्लैट्स में लगभग आधे भर गए हैं। बिल्डर के मुताबिक, फिलहाल हर परिवार से केवल 1,500 रुपये महीने मेनटेनेंस के तौर पर लिए जाएंगे। अगर सभी फ्लेट में लोग रहने आ जाते हैं तो महीने का मेनटेनेंस केवल 1,000 रुपये कर दिया जाएगा।
बिल्डिंग में रहने आए लोगों से नहीं लिया जा रहा है किरायाकोरोना वायरस (Coronavirus in India) के प्रकोप से फैली आर्थिक बदहाली (Economic Crisis) के बाद कई परिवार अपने गांव जाने को मजबूर हो रहे हैं। ऐसे में सूरत के एक बिल्डर ने दूसरे राज्यों से आए लोगों की मदद के लिए पूरी बिल्डिंग दे दी है, जहां रहने वालों से कोई किराया नहीं लिया जा रहा है। इस बिल्डिंग में रहने वाले लोगों को सिर्फ मेनटेनेंस (Maintenance) देना है। दरअसल, ओलपाड के उमरा में रुद्राक्ष लेक पैलेस नाम का एक प्रोजेक्ट बनकर तैयार हुआ। फिलहाल उन्हें खरीदने के लिए कोई नहीं आ रहा है। ऐसे में बिल्डर ने कोरोना संकट से परेशान लोगों को रहने के लिए फ्री घर (Free Flats) दिया है।सैलरी कम होने या नौकरी जाने से हो रही आर्थिक दिक्कतरुद्राक्ष लेक पैलेस के बिल्डर प्रकाश भालानी (Builder Prakash Bhalani) ने कहा कि 92 फ्लैट में से 42 फ्लैट में लोगों ने रहना शुरू भी कर दिया है। उन्होंने कहा कि रोजगार की उम्मीद के साथ कई परिवार सूरत शिफ्ट हुए। लॉकडाउन और फिर अनलॉक में कंपनियों ने या तो सैलरी काट (Salary Cut) ली या छंटनी (Layoffs) कर दी। इसके बाद ऐसे लोगों के लिए घर का किराया (House Rent) मुसीबत साबित हो रहा था। भालानी ने बताया कि जब हमने सोशल मीडिया पर फ्री फ्लैट्स देने की घोषणा की तो जरूरतमंद लोग तुरंत हमारे पास पहुंचने शुरू हो गए।हर परिवार से ले रहे हैं सिर्फ 1500 रुपये महीने मेनटेनेंसबिल्डिंग में रहने आईं आशा कुमावत कहती हैं कि जब तक हालात सामान्य नहीं होते रुद्राक्ष पैलेस में रहने वाले किसी भी व्यक्ति या परिवार से किराया नहीं लिया जाएगा। इससे हमें बहुत सहूलियत हुई है। भालानी ने कहा कि 92 फ्लैट्स में लगभग आधे भर गए हैं। बिल्डर के मुताबिक, फिलहाल हर परिवार से केवल 1,500 रुपये महीने मेनटेनेंस के तौर पर लिए जाएंगे। अगर सभी फ्लेट में लोग रहने आ जाते हैं तो महीने का मेनटेनेंस केवल 1,000 रुपये कर दिया जाएगा।