Vikrant Shekhawat : Feb 08, 2021, 12:33 PM
Delhi: कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राज्यसभा को संबोधित किया। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने विपक्ष को जमकर घेरा, लेकिन साथ ही आंदोलनकारी किसानों से एक खास अपील की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि MSP था, MSP है और MSP ही रहेगा, किसानों को आंदोलन खत्म करना चाहिए।'एमएसपी था, है और रहेगा ...'कृषि कानूनों के मुद्दे पर, पीएम मोदी ने कहा कि केवल घर में आंदोलन की बात हुई थी, सुधारों पर चर्चा नहीं की गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब लाल बहादुर शास्त्री जी को कृषि सुधार करना था, तब भी उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था। लेकिन वह पीछे नहीं हटे। उस समय वामपंथी कांग्रेस को अमेरिका का एजेंट कहते थे, आज वे मुझे गाली दे रहे हैं। पीएम ने कहा कि कोई भी कानून आए, सुधार कुछ समय बाद होते हैं।MSP था, MSP है और MSP होगा ... आंदोलन खत्म करो PM नरेंद्र मोदीपीएम मोदी ने अपील की और कहा कि हमें आंदोलनकारियों को समझाकर आगे बढ़ना होगा, गालियों को मेरे खाते में जाने दीजिए लेकिन सुधार होना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि बुजुर्ग आंदोलन में बैठे हैं, उन्हें घर जाना चाहिए। आंदोलन को समाप्त करें और चर्चा को आगे बढ़ाएं। किसानों से लगातार बात की जा रही है। पीएम मोदी ने किसानों को आश्वासन दिया कि एमएसपी है, है और रहेगा। मंडियों को मजबूत किया जा रहा है। 80 करोड़ लोग जिन्हें सर्दियों में राशन दिया जाता है, वे भी जारी रखेंगे।कृषि कानूनों पर विपक्ष ने घेराप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार सहित कई कांग्रेस नेताओं ने भी कृषि सुधारों के बारे में बात की है। शरद पवार ने अभी भी सुधारों का विरोध नहीं किया, हमने वही किया जो उन्हें पसंद आया और आगे भी जारी रहेगा। पीएम मोदी ने कहा कि आज विपक्ष यू-टर्न ले रहा है, क्योंकि राजनीति हावी है।पीएम मोदी ने मनमोहन का बयान पढ़ापीएम मोदी ने सदन में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान को पढ़ा, 'हमारी सोच यह है कि बड़ा बाजार लाने में क्या रुकावट है, हमारी कोशिश किसान को उपज बेचने की अनुमति देना है।' पीएम मोदी ने कहा कि मनमोहन सिंह ने जो कहा, मोदी को करना है, कृपया गर्व करें। पीएम मोदी ने कहा कि दूध श्रमिकों, पशुपालन और सफल श्रमिकों को खुली छूट है। लेकिन किसानों को यह छूट नहीं है।आपको बता दें कि विपक्ष द्वारा किसानों का आंदोलन लगातार बनाया गया था। हालाँकि, राष्ट्रपति के अभिभाषण में समय बढ़ाकर किसानों के मुद्दे पर चर्चा की गई। सरकार पहले भी कई बार किसानों से बात कर चुकी है, हालांकि बातचीत बंद हो गई है। लेकिन अब पीएम मोदी के बयान के बाद एक बार फिर उम्मीद जगी है।