Vikrant Shekhawat : Oct 22, 2022, 09:19 PM
T20 World Cup | कल भारत और पाकिस्तान के बीच टी-20 वर्ल्डकप 2022 का मैच खेला जाना है। हालांकि मेलबर्न में जोरदार बारिश की भविष्यवाणी है, इसके बावजूद क्रिकेट फैंस का जोश उबाल मार रहा है। वैसे भारत और पाकिस्तान के बीच टी-20 मैचों की जब भी चर्चा होती है आंखों के सामने साल 2007 का मंजर घूम जाता है। दक्षिण अफ्रीका के डरबन का किंग्समीड मैदान, पहला टी-20 वर्ल्डकप और और टी-20 फॉर्मेट में पहली बार आमने-सामने भारत और पाकिस्तान। इसके साथ ही याद आता है, एक नाम जिसने आगे चलकर इस टीम को चैंपियन बनाया, लेकिन इस पहले ही मैच में उसने अपनी मैजिकल स्ट्रैटेजी से हर किसी को चौंका दिया था। यह थे महेंद्र सिंह धोनी, जिन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ इस मैच में एक ऐसा स्पेशल कदम उठाया था, जिसने उनका लोहा मनवा दिया। इस साल टी-20 वर्ल्डकप में भारत पाकिस्तान मैच की पूर्व संध्या पर आइए याद करते हैं साल 2007 का वह खास लम्हा...ऐसा था मैच का हालसाल 2007 में पहला टी-20 वर्ल्डकप खेला गया। टूर्नामेंट के दसवें मुकाबले में आमने-सामने थीं भारत और पाकिस्तान की टीमें। पाकिस्तान ने टॉस जीता और पहले गेंदबाजी का फैसला लिया। पाकिस्तानी तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ ने भारतीय टॉप ऑर्डर को तहस-नहस कर डाला। वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर और युवराज सिंह 19 रनों के योग पर ही पवेलियन लौट चुके थे। भारत की तरफ से उस मैच में रॉबिन उथप्पा ने 39 गेंदों में 50 और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 31 गेंदों में 33 रन की पारी खेली थी। इसके अलावा इरफान पठान ने 15 गेंद में 20 कीमती रन बनाए थे। इसकी बदौलत भारत ने 20 ओवरों में 9 विकेट पर 141 रन बनाए। इस स्कोर का पीछा करने उतरा पाकिस्तान मिस्बाह उल हक के 53 रनों की बदौलत लक्ष्य के करीब तो पहुंच गया। लेकिन आखिर में मिस्बाह के रनआउट हो जाने से मुकाबला टाइ हो गया।और फिर आया बॉलआउटमैच टाई होने के बाद तब बॉलआउट के जरिए मैच का फैसला होने का नियम थे। इसके लिए दोनों टीमों को अपने पांच-पांच गेंदबाजों को चुनना था। पाकिस्तानी टीम के तत्कालीन कप्तान शोएब मलिक ने अपने धुरंधर गेंदबाजों उमर गुल, सोहेल तनवीर, यासिर अराफात, शाहिद अफरीदी और मोहम्मद आसिफ को चुना। वहीं भारतीय कप्तान धोनी ने जिन्हें बॉल आउट के लिए चुना वह काफी हैरान करने वाला था। इस लिस्ट में श्रीसंत, इरफान पठान और हरभजन जैसे दिग्गज गेंदबाज तो थे, लेकिन वीरेंद्र सहवाग और रॉबिन उथप्पा जैसे चौंकाने वाले नाम भी थे। हालांकि बाद में धोनी का यही मूव मास्टरस्ट्रोक बन गया। भारत की तरफ से वीरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह और रॉबिन उथप्पा ने लगातार तीन हिट किए। वहीं, पाकिस्तान की तरफ से शाहिद आफरीदी, यासिर अराफात और उमर गुल तीनों बार स्टंप मिस कर दिया। इसके साथ ही टीम इंडिया ने बॅाल आउट 3-0 से अपने नाम कर मैच पर भी कब्जा जमा लिया।इसलिए कहते हैं माही मैजिकजिस तरह से धोनी ने इस मैच में बॉल आउट के लिए अपने गेंदबाजों का चुनाव किया, उसने हर किसी को हैरान कर दिया। लेकिन असल में इसके पीछे धोनी की सोची-समझी रणनीति थी। उस वक्त टी-20 फॉर्मेट नया था और इससे जुड़े नियम भी नए ही थे। इसमें ही बॉल आउट का नियम भी शामिल था। बाद में खिलाड़ियों ने खुलासा किया कि हर रोज प्रैक्टिस सेशन के बाद नियमित रूप से बॉल आउट की प्रैक्टिस की जाती थी। इस दौरान धोनी सिर्फ गेंदबाजों ही नहीं, बल्लेबाजों से भी स्टंप पर निशाना लगाने को कहते थे। यही वजह थी कि जब बॉल आउट की बारी आई तो भारतीय टीम न सिर्फ इसके लिए मानसिक रूप से तैयार थी, बल्कि उनके खिलाड़ियों के निशाने भी सटीक रहे।