विदेश / ब्राज़ील को पछाड़कर अरब देशों का नंबर 1 खाद्य आपूर्तिकर्ता बना भारत

अरब-ब्राज़ील चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा रॉयटर्स को उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, भारत 15 साल बाद ब्राज़ील को पछाड़कर अरब देशों को खाद्य आपूर्ति करने के मामले में पहले नंबर पर पहुंच गया है। पिछले साल 22 सदस्यों वाले अरब लीग द्वारा आयात किए गए कुल कृषि उत्पादों में ब्राज़ील की हिस्सेदारी 8.15% जबकि भारत की हिस्सेदारी 8.25% थी।

Vikrant Shekhawat : Dec 08, 2021, 10:45 AM
India surpasses Brazil: अरब के देशों के साथ भारत के संबंध पिछले कुछ वर्षों में लगातार प्रगाढ़ हुए हैं. एक तरफ अरब देशों से भारत में निवेश बढ़ा है तो दूसरी तरफ भारत भी अरब देशों में खाद्य निर्यात (Food Exports) में पहले नंबर पर पहुंच गया है. 15 साल में यह पहली बार है जब भारत, ब्राजील को पछाड़कर अरब देशों में नंबर एक फूड सप्लायर बना है. यह सब हुआ कोरोना महामारी के दौरान. दरअसल साल 2020 में कोरोना महामारी के चलते पूरी दुनिया में व्यापार बाधित हुआ, जिसके चलते ब्राजील की क्षेत्र से दूरी उसके पिछड़ने का कारण बनी. मंगलवार को ही अरब-ब्राजील चैम्बर ऑफ कॉमर्स ने इस संबंध में डाटा जारी किया है.

अरब क्षेत्र, ब्राजील के सबसे मुहत्वपूर्ण व्यापारिक भागीदारों में से एक रहा है, लेकिन कोरोना महामारी के दौरान वैश्विक व्यापार के प्रभावित होने से दोनों बाजारों के बीच की दूरी इसका प्रमुख कारण बनी. आंकड़ों में बात करें तो पिछले वर्ष 22 सदस्यों वाले अरब लीग ने ब्राजील से कुल कृषि उत्पादों का 8.15 फीसद आयात किया, जबकि भारत से अरब क्षेत्र का आयात 8.25 फीसद रहा. अरब क्षेत्र में ब्राजील पिछले 15 वर्षों में नंबर एक फूड सप्लायर था और आखिरकार उसके वर्चस्व को भारत ने तोड़ा.

हालांकि, अरब क्षेत्र खाद्य उत्पादों के लिए अब भी काफी प्रतिस्पर्धी क्षेत्र बना हुआ है. लेकिन कोरोना महामारी के दौरान पारंपरिक शिपिंग मार्गों में रुकावट के चलते ब्राजील न सिर्फ भारत से पिछड़ गया, बल्कि टर्की, अमेरिका, फ्रांस और अर्जेंटीना से भी पिछड़ गया. चैंबर के अनुसार, एक समय पर ब्राजील से निकलने वाली शिपमेंट जो सिर्फ 30 दिन में अरब देशों तक पहुंच जाती थी, अब उसमें 60 दिन का वक्त लगता है, जबकि भौगोलिक स्थितियों के कारण भारत हफ्तेभर में ही फल, सब्जियां, चीनी, अनाज और मांस अरब देशों तक पहुंचा देता है.

ब्राजील पिछड़ गया है, इसका मतलब यह नहीं है कि उसका निर्यात कम हुआ है. बल्कि पिछले वर्ष ब्राजील का अरब देशों की तरफ कृषि निर्यात 1.4 फीसद बढ़कर 8.17 बिलियन डॉलर हो गया है. चैंबर के आंकड़ों से पता चलता है कि इसी साल जनवरी से अक्टूबर के बीच कुल बिक्री 6.78 बिलियन डॉलर रही, जो 5.5 फीसद ज्यादा है. इसका कारण लॉजिस्टिक्स की समस्या का कुछ हद तक सुलझना भी रहा है.

कोरोना महामारी के दौरान चीन ने भी अरब देशों में अपने खाद्य उत्पादों की उपलब्धता बढ़ाई, जिसके कारण इस क्षेत्र में ब्राजील के बिजनेस को नुकसान पहुंचा. चैंबर ने एक बयान में कहा, यह एक महत्वपूर्ण समय है, अरब क्षेत्र अब भी एक बड़ा खरीददार है, लेकिन साथ ही साथ वह खाद्य उत्पादों का बड़ा निर्यातक भी है.