Vikrant Shekhawat : Sep 08, 2024, 09:28 AM
Russia-Ukraine War: इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने रूस-यूक्रेन संघर्ष के समाधान में भारत और चीन की महत्वपूर्ण भूमिका की बात की है। शनिवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात के बाद एक बयान देते हुए, मेलोनी ने स्पष्ट किया कि चीन और भारत को इस संघर्ष के समाधान में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। उनका यह बयान रूस-यूक्रेन युद्ध के संदर्भ में वैश्विक मध्यस्थता की दिशा में एक महत्वपूर्ण संकेतक है।मेलोनी का बयान और उसकी पृष्ठभूमिमेलोनी ने यूक्रेन की राजधानी कीव में जेलेंस्की से मुलाकात के दौरान कहा, "मेरा मानना है कि संघर्ष के समाधान में चीन और भारत की भूमिका होनी चाहिए। एकमात्र ऐसी चीज जो नहीं हो सकती, वह यह सोचना है कि यूक्रेन को अकेला छोड़कर संघर्ष का हल निकाला जा सकता है।" मेलोनी ने यह बयान ऐसे समय पर दिया जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी भारत, चीन और ब्राजील को युद्ध के संभावित समाधान में मध्यस्थ के रूप में शामिल करने की बात की थी।रूस के राष्ट्रपति पुतिन का बयानगुरुवार को, पुतिन ने एक सम्मेलन के दौरान कहा कि चीन, भारत और ब्राजील रूस-यूक्रेन संघर्ष में मध्यस्थता की भूमिका निभा सकते हैं। पुतिन ने यह भी कहा कि युद्ध के पहले सप्ताह में इस्तांबुल में आयोजित वार्ता के दौरान रूसी और यूक्रेनी वार्ताकारों के बीच एक प्रारंभिक समझौता हुआ था, जो अभी तक लागू नहीं हुआ है। पुतिन का कहना था कि इस समझौते को वार्ता के आधार के रूप में देखा जा सकता है।पुतिन ने यह भी बताया कि रूस का उद्देश्य यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र पर कब्जा करना है और रूसी सेना धीरे-धीरे कुर्स्क क्षेत्र से यूक्रेनी सेना को खदेड़ रही है। पुतिन के बयान से यह स्पष्ट होता है कि रूस इस संघर्ष को अंतरराष्ट्रीय समर्थन और संभावित शांति वार्ता के माध्यम से सुलझाने का प्रयास कर रहा है।भारत और चीन की भूमिका: वैश्विक संदर्भमेलोनी और पुतिन के बयानों से स्पष्ट होता है कि रूस-यूक्रेन संघर्ष का समाधान वैश्विक प्रयासों की आवश्यकता है। भारत और चीन, जिनकी वैश्विक राजनीति और अर्थशास्त्र में महत्वपूर्ण भूमिका है, को इस संघर्ष में मध्यस्थता की जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। भारत और चीन की सक्रिय भूमिका से इस संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान की संभावनाएं बढ़ सकती हैं।निष्कर्षइटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी का बयान और रूस के राष्ट्रपति पुतिन के हालिया टिप्पणियां यह दर्शाते हैं कि रूस-यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने के लिए वैश्विक स्तर पर व्यापक मध्यस्थता और सहयोग की आवश्यकता है। भारत और चीन के पास इस संघर्ष के समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर है, जो वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है। इस प्रकार के अंतरराष्ट्रीय सहयोग से न केवल युद्ध की स्थिति में सुधार हो सकता है, बल्कि एक स्थायी शांति की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सकते हैं।