News18 : Jul 09, 2020, 11:52 PM
नई दिल्ली। भारत ने अमेरिका (America) के नए आव्रजन नियमों (New Immigration Guidelines) को लेकर चिंता जाहिर की है। इन नए नियम के बाद अमेरिका में रह रहे भारतीय छात्रों (Indian Students) को स्वदेश लौटने पर मजबूर होना पड़ सकता है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत ने इस नए नियम को लेकर चिंता अमेरिका से जाहिर कर दी है। गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने घोषणा की है कि उन विदेशी छात्रों को देश छोड़ना होगा या निर्वासित होने के खतरे का सामना करना होगा जिनके विश्वविद्यालय कोरोना वायरस की महामारी के चलते इस सेमेस्टर पूर्ण रूप से ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करेंगे।छात्रों की मुश्किलेंअमेरिकी आव्रजन एवं सीमा शुल्क प्रवर्तन ने सोमवार को जारी की गई एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा था-अमेरिकी विदेश मंत्रालय उन छात्रों के लिए वीजा जारी नहीं करेगा जिनके स्कूल या पाठ्यक्रम शरदऋतु के सेमेस्टर में पूरी तरह ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित कर रहे हैं और अमेरिकी सीमा शुल्क एवं सीमा सुरक्षा इन छात्रों को अमेरिका में दाखिल होने की अनुमति भी नहीं देगी।विदेश मंत्रालय ने रखा पक्षविदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा है कि हमने अमेरिकी पक्ष से साफ किया है कि एजुकेशनल एक्सचेंज और लोगों के बीच संबंधों ने अमेरिका-भारत के संबंधों को मजबूत किया है। ये आगे भी हमारे संबंधों के बीच मजबूत आधार रहेगा।वर्क वीजा पर अस्थाई रोकदुनियाभर में फैले कोरोना वायरस प्रकोप के बीच ठप हुई कारोबारी गतिविधियों की वजह से अमेरिका में लाखों लोगों की नौकरियां चली गईं। इससे निपटने के लिए राष्ट्रपति डोनालड ट्रंप ने H1-B समेत कई वर्क वीजा पर अस्थायी रोक लगाने की घोषणा कर दी। इसका सबसे ज्यादा बुरा असर भारतीयों पर हुआ है। ट्रंप की नई वीजा पाबंदियों के चलते भारतीय पेशेवरों के सामने ना सिर्फ रोजगार का संकट पैदा हो गया है बल्कि काफी लोग अपने परिवारों से भी बिछड़ रहे हैं।