Vikrant Shekhawat : Aug 06, 2021, 09:13 AM
टोक्यो: टोक्यो में खेले जा रहे ओलिंपिक महाकुंभ में आ खेले गए कांस्य पदक के मुकाबले में भारतीय महिला टीम पदक से चूक गयी. और ब्रिटेन ने भारतीय बालाओं को 4-3 से हराकर कांस्य पदक पर कब्जा कर लिया. मुकाबला हारते ही भारतीय खिलाड़ी फूट-फूटकर रोने लगीं. भारतीय महिलाओं ने एक समय बहुत ही शानदार खेल दिखाया और 0-2 से पिछड़ने के बाद उसने 3-2 से बढ़त हासिल कर ली थी, लेकिन आखिरी क्वार्टर में ब्रिटेन को एक के बाद एक मिले लगातार तीन पेनल्टी कॉर्नरों में गोल बदलते हुए मैच बराबर किया और फिर एक और गोल करके भारत को बैकफुट पर ला दिया. यहां से भारत को बराबरी करने के मौके मिले, लेकिन भारत मिले पेनल्टी कॉर्नरों को गोल में नहीं बदल सका. वहीं निर्णायक पलों में भारत का डिफेंस भी छितरा दिखायी पड़ा, तो कई मौकों पर खिलाड़ियों ने मिडफील्ड में गेंद छिनवा दी. यह बात बहुत नुकसानदेह साबित हुई और ब्रिटेन ने यह मुकाबला 4-3 से अपने नाम करते हुए भारत को ऐतिहासिक कांस्य पदक से वंचित कर दिया. ब्रिटेन ने पिछड़ने के बाद चौथे क्वार्टर फिर से 4-3 की बढ़त भारत पर बनायी. इससे पहले तीसरे क्वार्टर में भारत ने बढ़त गंवा दी और डिफेंस भी छितरा दिखायी पड़ा. ब्रिटेन ने वापसी करते हुए तीसरे क्वार्टर में मैदान गोल दागते हुए मैच को फिर से 3-3 की बराबरी पर ला दिया. भारत ने दूसरे क्वार्टर में शानदार वापसी करते हुए 0-2 से पिछड़ते के बाद जबर्दस्त वापसी करते हुए खुद को 3-2 की बढ़त पर ला दिया है. भारत के लिए तीनों ही गोल दूसरे हॉफ में किए किए. इससे पहले ब्रिटेन ने दूसरे क्वार्टर में एक और गोल दागककर भारत पर 2-0 की बढ़त हासिल की थी, लेकिन भारत ने जल्द ही पलटवार करते हुए पेनल्टी कॉर्नर से गोल करते हुए अंतर को 1-2 कर दिया. इसके बाद भारत को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला, जिसे गुरजीत कौर ने फिर से गोल में बदलकर स्कोर 2-2 कर दिया. पहले हॉफ मे ंकोई भी टीम गोल नहीं कर सकी. इस दौरान भारतीय डिफेंडरों का प्रदर्शन अच्छा रहा और उन्होंने दो पेनल्टी कॉर्नर को बेकार किया, लेकिन दूसरा हॉफ शुरू होते ही ब्रिटेन ने गोल दाग दिया. और यहां से भारतीय डिफेंडरों का वैसा प्रदर्शन देखने को नहीं मिला, जो पहले क्वार्टर में दिखायी पड़ा था. भारत ने गोल जरूर किए, लेकिन डिफेंस में चूक और गेंद पर कब्जा कर नियंत्रण खो देना वह बात रही, जिसने खासा नुकसान पहुंचाया.