Entertainment News / जेनिफर मिस्त्री की 'तारक मेहता...' से जुड़े यौन उत्पीड़न केस में जीत, असित मोदी पर 5 लाख जुर्माना

'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' में मिसेज सोढ़ी का किरदार निभाने वालीं की जेनिफर मिस्त्री बंसीवाल के यौन उत्पीड़न मामले में सुनवाई उनके पक्ष में हुई है, जिसके बाद अब शो के प्रड्यूसर असित कुमार मोदी को बकाया राशि और 5 लाख रुपये का मुआवजा देने का आदेश मिला है। बता दें कि 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा'में मिसेज सोढ़ी यानी जेनिफर मिस्त्री ने असित कुमार मोदी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया, जिसके बाद महाराष्ट्र सरकार की सहायता

Vikrant Shekhawat : Mar 26, 2024, 10:20 PM
Entertainment News: 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' में मिसेज सोढ़ी का किरदार निभाने वालीं की जेनिफर मिस्त्री बंसीवाल के यौन उत्पीड़न मामले में सुनवाई उनके पक्ष में हुई है, जिसके बाद अब शो के प्रड्यूसर असित कुमार मोदी को बकाया राशि और 5 लाख रुपये का मुआवजा देने का आदेश मिला है। बता दें कि 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा'में मिसेज सोढ़ी यानी जेनिफर मिस्त्री ने असित कुमार मोदी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया, जिसके बाद महाराष्ट्र सरकार की सहायता से इस मामले में कार्रवाई आगे बढ़ी। जेनिफर मिस्त्री ने िससे पहले नाराजगी भी जाहिर की थी के उनके पक्ष में फैसले के बावजूद आरोपी को सजा नहीं मिली थी। जेनिफर मिस्त्री बंसीवाल फेमस टीवी शो 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' में मिसेज सोढ़ी की भूमिका के लिए फेमस रही हैंय हैं और वो तब सुर्खियों में आईं जब उन्होंने शो के प्रड्यूसर असित कुमार मोदी पर वर्कप्लेस पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। एक्ट्रेस जेनिफर मिस्त्री बंसीवाल ने पिछले साल असित कुमार मोदी, सोहिल रमानी और जतिन रमानी के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया था।

मामले को लेकर उनकी चल रही लड़ाई में फाइनली आशा की किरण नजर आई है।जब मुंबई पुलिस से किसी तरह का कोई जवाब नहीं मिला तो एक्ट्रेस ने महाराष्ट्र सरकार से मदद मांगी थी। स्थानीय शिकायत समिति के गठन के बाद इस मामले में कार्रवाई तेज हुई जिसके बाद असित कुमार मोदी को वर्क प्लेस पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न (Prevention, Prohibition, and Redressal) एक्ट 2013 के तहत चार महीने के भीतर दोषी पाया गया। ईटाइम्स टीवी ने जेनिफर मिस्त्री से सम्पर्क किया। मामले के बारे में एक्ट्रेस ने खुलकर बातें की हैं।

जेनिफर मिस्त्री बंसीवाल ने इस फैसले पर दिया मिक्स्ड रिएक्शन

पिछले साल, ईटाइम्स टीवी ने इस मैटर को लेकर सबसे पहले रिपोर्ट किया था और जेनिफर मिस्त्री बंसीवाल की बातें दुनिया के सामने रखी गई थी। इसका असर ये हुआ कि शो के अन्य कलाकार जैसे मोनिका भदोरिया, प्रिया आहूजा राजदा और पूर्व निर्देशक मालव राजदा ने भी अपने साथ हुए दुर्व्यवहार के बारे में खुलकर बातें की। जेनिफर मिस्त्री बंसीवाल शुरू में इस मामले पर बोलने से काफी झिझक रही थीं, लेकिन रिक्वेस्ट करने के बाद वो खुलकर सामने आईं और खबर की पुष्टि की। हालांकि, इस केस में जो रिजल्ट सामने आया है उसे लेकर उनका रिएक्शन मिक्स्ड हैं। ये सच है कि इसे वह अपनी जीत मानती हैं लेकिन वहीं दूसरी तरफ रिजल्ट से उन्हें निराशा भी हुई है।

'तीनों आरोपियों को कोई सज़ा नहीं दी गई है'

एक ने कहा, 'मुझे ये कहते हुए बहुत दुख हो रहा है कि पुलिस अधिकारी पिछले 1 साल में ऐसा नहीं कर सके। मेरे लगाए सभी आरोपों की पुख्ता सबूतों के साथ पुष्टि करते हुए फैसला मेरे पक्ष में आया है। ये फैसला पुलिस के पिछले साल की उपलब्धियों से कहीं अधिक है। असित कुमार मोदी को 5 लाख रुपये का भुगतान करने का आदेश दिया गया है। असित कुमार मोदी को मुझे मेरी बकाया राशि और जानबूझकर मेरा भुगतान रोकने के लिए एक्स्ट्रा मुआवजा देने का आदेश दिया गया है, जो कुल मिलाकर लगभग 25-30 लाख रुपये है। उत्पीड़न के लिए मोदी पर 5 लाख रुपये का अतिरिक्त जुर्माना लगाया गया है। फैसला 15 फरवरी 2024 को आया है, लेकिन मुझसे इसे मीडिया में शेयर न करने के लिए कहा गया। हालांकि, मेरा मानना है कि एक महिला की प्रतिष्ठा सबसे अधिक मायने रखती है। 40 दिन से अधिक हो गए हैं और मुझे अभी भी मेरी उचित राशि नहीं मिली है, जो मुझे सीरियल में कड़ी मेहनत के बाद मिलनी थी। मोदी को यौन उत्पीड़न का दोषी साबित करने के बावजूद तीनों आरोपियों को कोई सज़ा नहीं दी गई है।'

'फॉलोअप के बावजूद पुलिस अधिकारियों से कोई नतीजा नहीं निकला'

उन्होंने कहा, 'जी हां, ये फैसला मेरे पक्ष में है, मैंने जो आरोप लगाए उसके लिए पुख्ता सबूत दिए हैं। मैंने तारक मेहता का उल्टा चश्मा के प्रड्यूसर, जो मेरे एक्स प्रड्यूसर असित कुमार मोदी, ऑपरेशन हेड सोहिल रमानी और एग्जेक्यूटिव प्रड्यूसर जतिन बजाज हैं उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज किया था। जब कई फॉलोअप के बावजूद पुलिस अधिकारियों से कोई नतीजा नहीं निकला तो मैंने महाराष्ट्र सरकार से अपील की। स्थानीय शिकायत समिति का गठन हुआ और तेजी से इसका समाधान हुआ।'