तिरुवनंतपुरम । कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus) के प्रसार को रोकने के लिए तिरुवनंतपुरम (Thiruvananthapuram) के एक सरकारी आयुर्वेद कॉलेज (Government Ayuveda College) ने औषधीय फेस मास्क 'अयूर मास्क' बनाया है । यह मास्क कोविड-19 (COVID-19) के प्रसार को रोकेगा और लोगों की प्रतिरक्षा क्षमता को बढ़ाएगा । जल्द ही इस मास्क का बड़े पैमाने पर उत्पादन किया जाएगा । तिरुवनंतपुरम के एक सरकारी आयुर्वेद कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर और आयुर्वेद मेडिकल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के जिला प्रमुख डॉक्टर आनंद द्वारा इसे विकसित किया गया है ।
इस विधि के अनुसार, सूती धागे से मास्क बनाया जाता है फिर उसे हर्बल मिश्रण में भिगोया जाता है । इस हर्बल में इस तरह की आयुर्वेदिक औषधियां होती हैं जो हमारी रोग निरोधक क्षमता को बढ़ाती हैं, साथ ही कोरोना वायरस से निपटने में यह मास्क सक्षम है. इस मास्क को शुरुआत में इस्तेमाल करने वालों में केरल के पर्यटन मंत्री कडकमपल्ली सुरेंद्रन भी शामिल हैं. सुरेंद्रन इन दिनों इस मास्क का ही उपयोग कर रहे हैं. केरल सरकार की 'ब्रेक द चेन' पहल के तहत ही इस मास्क को बनाया गया है. राज्य सरकार ने कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए हाथ धोने और व्यक्तिगत स्वच्छता को बढ़ावा दिया है.
केरल की स्वास्थ्य मंत्री के.के शैलजा को भी 'अयूर मास्क' उपहार स्वरूप दिया गया है. यह मास्क जनता के बीच में बहुत ही तेजी से पॉपुलर हो रहा है. कुछ ही कम समय में 10 हजार आयूर फेस मास्क बेचे जा चुके हैं. हर्बल फेस मास्क की बढ़ती लोकप्रियता के बाद आयुष मंत्रालय ने इस मामले में इस्तक्षेप किया. डॉक्टर आनंद के नाम से इसे पेटेंट किया गया और 'अयूर मास्क' की तकनीकी जानकारी राज्य सरकार को सौंप दी गई हैं. इसके साथ ही अब हर्बल मास्क बाजार में आने के लिए तैयार है. कुदुम्बश्री मिशन को इसके वितरण की जिम्मेदारी सौंपी गई है.