कोलकाता / कोलकाता मेट्रो में दरवाज़े के बीच फंसा शख्स का हाथ, ट्रैक पर गिरकर हुई मौत

कोलकाता में शनिवार को एक शख्स का हाथ एक मेट्रो ट्रेन के दरवाज़े के बीच आ गया जिसके चलते उसकी मौत हो गई। दरअसल, शख्स मेट्रो में चढ़ने की कोशिश कर रहा था लेकिन ऑटोमेटिक दरवाज़ा बंद हो गया और उसका हाथ अंदर ही रह गया। मेट्रो के प्लैटफॉर्म से रवाना होने से उसकी ट्रैक पर गिरकर मौत हो गई। कोलकाता मेट्रो के सभी गेट ऑटोमैटिक हैं और सेंसर से लैस हैं।

The Quint : Jul 14, 2019, 11:11 AM
कोलकाता. पश्चिम बंगाल के कोलकाता में मेट्रो ट्रेन में लापरवाही की वजह से एक यात्री की जान चली गई। घटना शनिवार शाम को राजधानी के पार्क स्ट्रीट मेट्रो स्टेशन पर हुई। यहां 40 साल का युवक ट्रेन में चढ़ने की कोशिश कर रहा था, तभी उसका हाथ गेट में फंस गया। ट्रेन आगे बढ़ी तो घिसटता हुआ प्लेटफॉर्म से नीचे ट्रैक पर गिरा और उसकी मौत हो गई।

कोलकाता मेट्रो के सभी गेट ऑटोमैटिक हैं और सेंसर से लैस हैं। बताया जा रहा है कि इनका ठीक तरह मेंटेनेंस नहीं होने से हादसा हुआ। अधिकारियों के मुताबिक, मारे गए युवक का नाम सुजल कुमार कांजीलाल है। घटना के बाद पुलिस उसे फौरन अस्पताल ले गई, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।

शहर के मेयर फिरहाद हकीम ने घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने कहा कि मेट्रो अथॉरिटी ने जांच का जिम्मा कोलकाता मेट्रो के जनरल मैनेजर को सौंपा है। लापरवाह अफसरों को बख्शा नहीं जाएगा।

1995 में शुरू हुई थी कोलकाता मेट्रो

कोलकाता में मेट्रो का नेटवर्क नोआपारा से कवि सुभाष के बीच 27 किलोमीटर से ज्यादा दूरी तक फैला है। इसके 24 स्टेशन हैं। यह मेट्रो लाइन शहर के उत्तर और दक्षिण इलाके को जोड़ती है। मेट्रो की पांच अन्य लाइनों पर निर्माण कार्य चल रहा है। कोलकाता में मेट्रो की शुरुआत फरवरी 1995 में हुई थी और यह देश की पहली अंडरग्राउंड ट्रेन है।