Vikrant Shekhawat : Jun 12, 2021, 06:54 AM
एमपी में मन्दसौर के जीवागंज इलाके में बीती रात एक हत्या हो गई। हत्या की यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। राकेश सिखवाल नाम के एक युवक को वहीं के स्थानीय भगत सिंह ने पेट में चाकू मारकर घायल कर दिया था। राकेश को जिला अस्पताल लाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस ने आरोपी भगत सिंह को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।
दिल दहला देने वाली ये तस्वीर मप्र के मंदसौर में जीवा गंज इलाके की है जहां बीती रात राकेश नाम के एक हलवाई का काम करने वाले युवक की भगत सिंह नाम के युवक ने चाकू मारकर हत्या कर दी।मिली जानकारी के मुताबिक, मृतक राकेश और भगत सिंह के बीच लगभग 15 दिन पहले विवाद हुआ था जिसमें भगत सिंह ने राकेश के साथ मारपीट की थी लेकिन राकेश ने इस मामले में कोई पुलिस कार्रवाई नहीं की थी।गुरुवार रात जब राकेश अपने एक परिचित के साथ जीवा गंज इलाके में अपने घर लौट रहा था तभी भगत सिंह ने उसे रास्ते में रोका और चाकू का एक वार राकेश के पेट में कर दिया और मौके से फरार हो गया।राकेश के साथ एक व्यक्ति और भी था जो राकेश को चाकू लगते ही राकेश के घर जानकारी देने पहुंचा। कुछ मिनटों तक राकेश गली में ही पड़ा रहा। उसने हिम्मत करके घर तक पहुंचने की कोशिश भी की, वह दो बार उठा और गिरा भी लेकिन चाकू का घाव इतना घातक था कि राकेश वहां से उठ ही नहीं पाया।कुछ देर बाद राकेश को जिला अस्पताल मंदसौर लाया गया जहां काफी देर तक राकेश को इलाज नहीं मिला और कुछ देर बाद राकेश की मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने रात को ही आरोपी भगत सिंह को गिरफ्तार कर लिया था। राकेश का पोस्टमॉर्टम करके उसकी लाश परिजनों को सौंप दी गई तथा हमला करने वाले भगत सिंह पर पुलिस हत्या का मामला दर्ज करने की तैयारी में जुट गई है। कोतवाली थाना प्रभारी अमित सोनी ने बताया कि रात को जीवा गंज क्षेत्र से सूचना मिली थी कि एक युवक ने दूसरे युवक पर चाकू से हमला कर दिया है। सूचना मिलने पर मौके पर जाकर पता चला कि राकेश सिखवाल पर भगत सिंह नाम के युवक ने चाकू से हमला कर दिया था जो नयापुरा का रहने वाला है।इन दोनों का पहले भी विवाद हो चुका था जिसको लेकर बहस हो रही थी। भगत सिंह ने बड़ी फुर्ती से राकेश सिखवाल के पेट में चाकू मारा और मौके से भाग गया मौके पर एक गवाह भी मौजूद था। घटनास्थल के सामने जगदीश मंदिर पर लगे सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि राकेश को चाकू मारकर भगत सिंह मौके से भाग गया। दिल दहलाने वाली घटना के बाद कहीं ना कहीं यह बात भी उठ रही है कि यदि मृतक राकेश पर जब 15 दिन पहले भगत सिंह ने हमला किया था, उसी दिन यदि मृतक राकेश पुलिस से कानूनी मदद ले लेता और आरोपी भगत सिंह के खिलाफ मामला दर्ज करवा देता तो शायद आज राकेश की इस तरह हत्या नहीं होती।
दिल दहला देने वाली ये तस्वीर मप्र के मंदसौर में जीवा गंज इलाके की है जहां बीती रात राकेश नाम के एक हलवाई का काम करने वाले युवक की भगत सिंह नाम के युवक ने चाकू मारकर हत्या कर दी।मिली जानकारी के मुताबिक, मृतक राकेश और भगत सिंह के बीच लगभग 15 दिन पहले विवाद हुआ था जिसमें भगत सिंह ने राकेश के साथ मारपीट की थी लेकिन राकेश ने इस मामले में कोई पुलिस कार्रवाई नहीं की थी।गुरुवार रात जब राकेश अपने एक परिचित के साथ जीवा गंज इलाके में अपने घर लौट रहा था तभी भगत सिंह ने उसे रास्ते में रोका और चाकू का एक वार राकेश के पेट में कर दिया और मौके से फरार हो गया।राकेश के साथ एक व्यक्ति और भी था जो राकेश को चाकू लगते ही राकेश के घर जानकारी देने पहुंचा। कुछ मिनटों तक राकेश गली में ही पड़ा रहा। उसने हिम्मत करके घर तक पहुंचने की कोशिश भी की, वह दो बार उठा और गिरा भी लेकिन चाकू का घाव इतना घातक था कि राकेश वहां से उठ ही नहीं पाया।कुछ देर बाद राकेश को जिला अस्पताल मंदसौर लाया गया जहां काफी देर तक राकेश को इलाज नहीं मिला और कुछ देर बाद राकेश की मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने रात को ही आरोपी भगत सिंह को गिरफ्तार कर लिया था। राकेश का पोस्टमॉर्टम करके उसकी लाश परिजनों को सौंप दी गई तथा हमला करने वाले भगत सिंह पर पुलिस हत्या का मामला दर्ज करने की तैयारी में जुट गई है। कोतवाली थाना प्रभारी अमित सोनी ने बताया कि रात को जीवा गंज क्षेत्र से सूचना मिली थी कि एक युवक ने दूसरे युवक पर चाकू से हमला कर दिया है। सूचना मिलने पर मौके पर जाकर पता चला कि राकेश सिखवाल पर भगत सिंह नाम के युवक ने चाकू से हमला कर दिया था जो नयापुरा का रहने वाला है।इन दोनों का पहले भी विवाद हो चुका था जिसको लेकर बहस हो रही थी। भगत सिंह ने बड़ी फुर्ती से राकेश सिखवाल के पेट में चाकू मारा और मौके से भाग गया मौके पर एक गवाह भी मौजूद था। घटनास्थल के सामने जगदीश मंदिर पर लगे सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि राकेश को चाकू मारकर भगत सिंह मौके से भाग गया। दिल दहलाने वाली घटना के बाद कहीं ना कहीं यह बात भी उठ रही है कि यदि मृतक राकेश पर जब 15 दिन पहले भगत सिंह ने हमला किया था, उसी दिन यदि मृतक राकेश पुलिस से कानूनी मदद ले लेता और आरोपी भगत सिंह के खिलाफ मामला दर्ज करवा देता तो शायद आज राकेश की इस तरह हत्या नहीं होती।