कोरोना वायरस / महाराष्ट्र सरकार ने संग्रह केंद्रों पर कोविड-19 टेस्ट की दर को घटाकर किया ₹500

महाराष्ट्र सरकार ने बुधवार को कोविड-19 के आरटी-पीसीआर टेस्ट की कीमतों को घटाते हुए संग्रह केंद्रों पर इसकी दर ₹500 और क्वारंटीन सेंटर, आइसोलेशन सेंटर और ड्राइव थ्रू सैंपल संग्रह केंद्रों पर इसकी कीमत को ₹600 कर दिया है। इसके अलावा घर से एकत्रित किए जाने वाले नमूनों के आरटी-पीसीआर टेस्ट की दरों को घटाकर ₹800 कर दिया गया है।

Vikrant Shekhawat : Apr 01, 2021, 06:00 AM
मुंबई: कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामलों के बीच महाराष्ट्र सरकार ने छठी बार आरटी-पीसीआर टेस्ट की कीमतें निर्धारित की है। राज्य सरकार ने आरटी-पीसीआर टेस्ट का अधिकतम मूल्य टेस्टिंग सेंटर पर 500 रुपए, कोविड सेंटर, क्वारंटीन सेंटर या आइसोलेशन सेंटर में 600 रुपए और घर पर टेस्टिंग कराने पर 800 रुपए निर्धारित किया है।

महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने ट्विटर पर कहा, 'राज्य में निजी प्रयोगशालाओं में होने वाले कोरोना परीक्षणों की दरों में एक बार फिर संशोधन किया गया है और अब RT PCR परीक्षण के लिए 500 रुपए का शुल्क लिया जाएगा।' रैपिड एंटीजन टेस्ट में 150-300 रुपए खर्च होंगे। उन्होंने सभी लोगों से वायरस का परीक्षण करवाने का आग्रह किया है।

कड़े कदमों के लिए तैयार रहना चाहिए: टोपे

टोपे ने बुधवार को कहा कि राज्य में कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए आने वाले दिनों में लोगों को कड़े कदमों के लिए तैयार रहना चाहिए। जान बचाना सरकार की प्राथमिकता है। एनसीपी नेता टोपे ने मंगलवार को कहा था कि लॉकडाउन राज्य सरकार के लिए अंतिम विकल्प है। स्वास्थ्य मंत्री ने बुधवार को कहा, 'राज्य में लोगों को आने वाले दिनों में कड़े कदमों के लिए तैयार रहना चाहिए, क्योंकि कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं। हालांकि राज्य सरकार लॉकडाउन लागू नहीं करना चाहती है लेकिन जान बचाना सर्वोपरि है। इसलिए राज्य कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कड़े उपाय अपना सकता है।' 

39500 से ज्यादा नए मामले

महाराष्ट्र में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 39,544 नए मामले सामने आए जो महामारी की शुरूआत के बाद से एक दिन का दूसरा सबसे अधिक मामला है। इसके साथ ही प्रदेश में संक्रमितों की संख्या बढ़ कर 28,12,980 हो गई है। राज्य में 227 मरीजों की मौत हो गई। पिछले साल अक्टूबर के बाद से राज्य में मरने वालों की यह संख्या सबसे अधिक है। इसके बाद प्रदेश में संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़ कर 54,649 हो गई है।