देश / भारत पहले से 10 गुना अधिक मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन कर रहा है: मन की बात में पीएम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 77वें संस्करण में कहा, "सामान्य दिनों में भारत 900 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्रतिदिन बनाता था लेकिन अब उससे करीब 10 गुना अधिक 9,500 मीट्रिक टन बना रहा है।" साथ ही उन्होंने फ्रंटलाइन वर्कर्स की सराहना करते हुए कहा, "कोविड-19 से लड़ाई में उन्होंने अद्भुत काम किया।"

Vikrant Shekhawat : May 30, 2021, 02:31 PM
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम के जरिए देश की जनता को संबोधित किया। कार्यक्रम में मोदी ने कहा कि दूसरी लहर में ऑक्सीजन की मांग अचानक बढ़ गई। देश ने आपदा के बीच अपनी क्षमताओं को बढ़ाया। अब हम पहले से 10 गुना ऑक्सीजन उत्पादन कर रहे हैं। चुनौती कितनी ही बड़ी हो, भारत का विजय का संकल्प भी उतना ही बड़ा रहा है।

पीएम मोदी ने कहा कि आप अंदाज़ा लगा सकते हैं, सामान्य दिनों में हमारे यहां एक दिन में 900 MT, लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन होता थात अब ये 10 गुना से भी ज्यादा बढ़कर,करीब-करीब 9500 Metric टन प्रतिदिन उत्पादन हो रहा है. एक टीम बनकर हर किसी ने अपना कर्तव्य निभाया है.

उन्होंने कहा कि पिछले सौ सालों में यह सबसे बड़ी महामारी है और इसी महामारी के बीच भारत ने अनेक प्राकृतिक आपदाओं का भी डटकर मुकाबला किया है। पीएम मोदी ने कहा कि मैं उन सभी लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं, जिन्होंने अपने करीबियों को खोया है।

सरकार के पुरे हुए सात साल

पीएम मोदी ने कहा कि आज 30 मई को हम ‘मन की बात’ कर रहे हैं और संयोग से ये सरकार के 7 साल पूरे होने का भी समय है। इन वर्षों में देश ‘सबका-साथ, सबका-विकास, सबका-विश्वास’ के मंत्र पर चला है। उन्होंने कहा कि इन 7 वर्षों में जो कुछ भी उपलब्धि रही है, वो देश की रही है, देशवासियों की रही है. कितने ही राष्ट्रीय गौरव के क्षण हमने इन वर्षों में साथ मिलकर अनुभव किए हैं. बकौल पीएम, जब हम ये देखते हैं कि अब भारत दूसरे देशों की सोच और उनके दबाव में नहीं, अपने संकल्प से चलता है, तो हम सबको गर्व होता है।

पीएम ने कहा कि जब भारत राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर समझौता नहीं करता, जब हमारी सेनाओं की ताकत बढ़ती हैं, तो हमें लगता है कि हां, हम सही रास्ते पर हैं। उन्होंने कहा कि कितने ही लोग देश को धन्यवाद देते हैं कि 70 साल बाद उनके गांव में पहली बार बिजली पहुंची है, उनके बेटे- बेटियाँ उजाले में, पंखे में बैठ करके पढ़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर मिलने के बाद गृहप्रवेश के आयोजन में कितने ही निमंत्रण मुझे हमारे देशवासियों की ओर से लगातार मिलते रहते हैं। इन 7 सालों में आप सबकी ऐसी करोड़ों खुशियों में, मैं शामिल हुआ हूं।