देश / महबूबा मुफ्ती ने कहा- मुझे घर में नज़रबंद किया गया, शेयर कीं तस्वीरें

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि सरकार ने स्थिति सामान्य नहीं होने का हवाला देते हुए उन्हें घर में नज़रबंद कर दिया है। उन्होंने कहा, "सरकार अफगानी लोगों के अधिकारों पर चिंता व्यक्त करती है लेकिन...इन्हीं अधिकारों से कश्मीरियों को वंचित करती है।" बकौल महबूबा, "यह समान्य स्थिति के उनके झूठे दावे की पोल खोलता है।"

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने आरोप लगाया है कि उन्हें एक बार फिर से नजरबंद कर दिया गया है। महबूबा ने ट्विटर पर इसकी जानकारी दी है और केंद्र सरकार को घेरते हुए यह कहा है कि कश्मीर में सब सामान्य होने का दावा फर्जी है। महबूबा मुफ्ती ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार अफगानिस्तान के लोगों के अधिकारों को लेकर चिंता जाहिर करती है लेकिन कश्मीरियों को जानबूझकर उनके हक से वंचित रखती है।

महबूबा ने ट्वीट किया, 'भारत सरकार अफगानिस्तान के लोगों के अधिकारों की चिंता करती है लेकिन कश्मीरियों को जानबूझकर उनके हक नहीं देती। मुझे आज घर में नजरबंद कर दिया गया है क्योंकि प्रशासन का कहना है कि स्थिति ठीक नहीं है। यह केंद्र सरकार के कश्मीर में सबकुछ ठीक होने की दावे की असलियत बताता है।'

ट्वीट के साथ मुफ्ती ने दो तस्वीरें भी साझा की हैं। एक तस्वीर में गेट के आगे पुलिस का वाहन खड़ा है और दूसरी तस्वीर में दरवाजे पर ताला है।

इस बीच जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा है कि केंद्र शासित प्रदेश में अधिकांश प्रतिबंध वापस ले लिए गए हैं। पुलिस ने ट्विटर पर इस बारे में बताया है। पुलिस ने कहा है कि इंटरनेट भी चालू हो गया है और अब कश्मीर में स्थिति सामान्य है लेकिन उनकी नजर अभी भी बनी हुई है। 

बता दें कि कश्मीर के अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के निधन के बाद किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए घाटी में इंटरनेट और मोबाइल सेवा सस्पेंड कर दी गई थी।