देश / नजर नहीं आया चांद, रविवार को आखिरी रोजा, सोमवार को मनाई जाएगी ईद

दिल्ली समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में सोमवार को ईद मनाई जाएगी और रविवार को आखिरी रोजा होगा। दिल्ली की दो ऐतिहासिक मस्जिदों के शाही इमामों ने ऐलान किया कि शनिवार को कहीं से भी चांद दिखने की खबर नहीं मिली। इसलिए ईद का त्यौहार सोमवार को मनाया जाएगा। फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मौलाना मुफ्ती मुकर्रम ने बताया कि शनिवार को दिल्ली में चांद नहीं दिखा और न ही चांद दिखने की कहीं से खबर या गवाही मिली।

Zee News : May 24, 2020, 06:53 AM
नई दिल्ली: दिल्ली समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में सोमवार को ईद मनाई जाएगी और रविवार को आखिरी रोजा होगा। दिल्ली की दो ऐतिहासिक मस्जिदों के शाही इमामों ने ऐलान किया कि शनिवार को कहीं से भी चांद दिखने की खबर नहीं मिली। इसलिए ईद का त्यौहार सोमवार को मनाया जाएगा। 

फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मौलाना मुफ्ती मुकर्रम ने बताया कि शनिवार को दिल्ली में चांद नहीं दिखा और न ही चांद दिखने की कहीं से खबर या गवाही मिली। इसलिए रविवार को 30वां रोजा होगा और शव्वाल (इस्लामी कलेंडर का 10वां महीना) की पहली तारीख सोमवार को होगी। शव्वाल के महीने के पहले दिन ईद होती है। वहीं जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने एक वीडियो जारी कर कहा कि कहीं से भी चांद दिखने की कोई खबर नहीं है। उन्होंने कहा कि असम, कर्नाटक, हैदराबाद, आंध्र प्रदेश, मुंबई, चेन्नई में संपर्क कर चांद के बारे में जानकारी ली गई थी लेकिन कहीं से भी चांद दिखने की खबर नहीं है। 

उधर, मुस्लिम संगठन इमारत ए शरीया ने भी ऐलान किया है कि शनिवार को चांद नहीं दिखा है और रविवार को आखिरी रोजा होगा। ईद 25 मई को मनाई जाएगी। रमजान के महीने में रोजेदार सुबह सूरज निकलने से लेकर सूरज डूबने तक कुछ नहीं खाते पीते हैं। यह महीना ईद का चांद नजर आने के साथ खत्म होता है। 

हाल में मुफ्ती मुकर्रम ने लॉकडाउन के मद्देनजर एक वीडियो जारी कर मुसलमानों से ईद की नमाज घर में अदा करने और फित्रा (दान) अदा करने की अपील की था। उन्होंने कहा था, "ईद उल फित्र के मौके पर घर में सुबह ईद की तैयारी करें और कुछ मीठी चीज खाएं। चार रकात नमाज़-नफील चाश्त (विशेष नमाज) अदा कर लें। इसके बाद अल्लाह से दुआ करें।"

शाही इमाम ने कहा था, "इसी तरह से ईद उल फित्र पर सदका ए फित्र (दान) अदा किया जाता है। मुसलमान, परिवार के प्रति सदस्य 55 रुपये फित्र अदा करें और गरीबों को तलाश करके यह पैसे दें।"