Vikrant Shekhawat : Mar 03, 2021, 10:14 AM
Delhi: पहाड़ी इलाकों में मौसम तेजी से आगे बढ़ रहा है, लेकिन मैदानी इलाकों में इसका असर कम ही देखने को मिलता है। दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा में गर्मी के कारण लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई राज्यों में तापमान 38 डिग्री से 40 डिग्री तक पहुंच रहा है। वहीं, पिछले दो महीनों के मौसम ने गर्मी के मामले में भी कई रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। विभाग के अनुसार, पिछले 121 वर्षों में जनवरी और फरवरी सबसे गर्म महीने रहे हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, आज से एक नया पश्चिमी विक्षोभ प्रभाव में आ रहा है। अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत और मध्य और पूर्वी भारत को गर्मी से राहत मिल सकती है। पहाड़ों में मौसम में बदलाव के कारण कई राज्यों में शीत लहर भी चल सकती है।इस हफ्ते, हिमाचल, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और असम के कई हिस्सों में बारिश और बर्फबारी का अनुमान है। उत्तराखंड मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ जिलों के कुछ हिस्सों में अगले 4 दिनों तक हल्की बारिश और बर्फबारी होने की उम्मीद है। 6 मार्च को राज्य में बिजली और ओलावृष्टि की भविष्यवाणी की गई है।
इस सप्ताह दिल्ली में मौसम का मिश्रित मिजाज देखने को मिलेगा। अगले 6 दिनों तक यहां के तापमान में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। 5 मार्च को दिल्ली में ठंडी हवाएँ चल सकती हैं। वहीं, राजधानी का अधिकतम तापमान 8 मार्च तक 33 डिग्री तक रह सकता है और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री तक पहुंच सकता है।
राजस्थान में अगले 7 दिनों तक मौसम शुष्क रहने का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 7 दिनों में यहां अधिकतम तापमान 36 डिग्री और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री हो सकता है। वहीं, ओडिशा में गर्मी रिकॉर्ड तोड़ रही है।
ओडिशा में इस सप्ताह पारा 40 डिग्री के पार चला गया है। मौसम विभाग के अनुसार, ओडिशा इस साल सबसे गर्म राज्य बना रह सकता है। रविवार को यहां तापमान 40.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग के अनुसार, इस सप्ताह राज्य के कई इलाकों में पारा 40 के पार भी जा सकता है। विभाग के अनुसार, राज्य के टिटलागढ़ में सप्ताह के अंत में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से आगे जा सकता है। ओडिशा के अलावा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, गोवा और गुजरात जैसे राज्यों में मई तक गर्मी की संभावना है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, पिछले 121 वर्षों के औसत तापमान के आधार पर, जनवरी सर्दियों का तीसरा सबसे गर्म महीना था और फरवरी न्यूनतम तापमान के आधार पर दूसरे सबसे गर्म महीने के रूप में दर्ज किया गया था। पश्चिमोत्तर भारत के लिए, फरवरी में न्यूनतम और औसत तापमान 1901 से वर्तमान तक की अवधि में सबसे अधिक था।
वर्ष 1901-2021 के बीच किए गए विश्लेषण से पता चलता है कि जनवरी 2021 में अखिल भारतीय औसत तापमान 14.78 डिग्री सेल्सियस था। वर्ष 1919 में, जनवरी का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस था और यह अब तक का सबसे गर्म जनवरी था। विभाग के अनुसार, 1958 के बाद से 62 वर्षों में जनवरी 2021 सबसे गर्म महीना था।
मौसम विभाग के अनुसार, आज से एक नया पश्चिमी विक्षोभ प्रभाव में आ रहा है। अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत और मध्य और पूर्वी भारत को गर्मी से राहत मिल सकती है। पहाड़ों में मौसम में बदलाव के कारण कई राज्यों में शीत लहर भी चल सकती है।इस हफ्ते, हिमाचल, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और असम के कई हिस्सों में बारिश और बर्फबारी का अनुमान है। उत्तराखंड मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ जिलों के कुछ हिस्सों में अगले 4 दिनों तक हल्की बारिश और बर्फबारी होने की उम्मीद है। 6 मार्च को राज्य में बिजली और ओलावृष्टि की भविष्यवाणी की गई है।
इस सप्ताह दिल्ली में मौसम का मिश्रित मिजाज देखने को मिलेगा। अगले 6 दिनों तक यहां के तापमान में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। 5 मार्च को दिल्ली में ठंडी हवाएँ चल सकती हैं। वहीं, राजधानी का अधिकतम तापमान 8 मार्च तक 33 डिग्री तक रह सकता है और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री तक पहुंच सकता है।
राजस्थान में अगले 7 दिनों तक मौसम शुष्क रहने का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 7 दिनों में यहां अधिकतम तापमान 36 डिग्री और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री हो सकता है। वहीं, ओडिशा में गर्मी रिकॉर्ड तोड़ रही है।
ओडिशा में इस सप्ताह पारा 40 डिग्री के पार चला गया है। मौसम विभाग के अनुसार, ओडिशा इस साल सबसे गर्म राज्य बना रह सकता है। रविवार को यहां तापमान 40.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग के अनुसार, इस सप्ताह राज्य के कई इलाकों में पारा 40 के पार भी जा सकता है। विभाग के अनुसार, राज्य के टिटलागढ़ में सप्ताह के अंत में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से आगे जा सकता है। ओडिशा के अलावा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, गोवा और गुजरात जैसे राज्यों में मई तक गर्मी की संभावना है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, पिछले 121 वर्षों के औसत तापमान के आधार पर, जनवरी सर्दियों का तीसरा सबसे गर्म महीना था और फरवरी न्यूनतम तापमान के आधार पर दूसरे सबसे गर्म महीने के रूप में दर्ज किया गया था। पश्चिमोत्तर भारत के लिए, फरवरी में न्यूनतम और औसत तापमान 1901 से वर्तमान तक की अवधि में सबसे अधिक था।
वर्ष 1901-2021 के बीच किए गए विश्लेषण से पता चलता है कि जनवरी 2021 में अखिल भारतीय औसत तापमान 14.78 डिग्री सेल्सियस था। वर्ष 1919 में, जनवरी का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस था और यह अब तक का सबसे गर्म जनवरी था। विभाग के अनुसार, 1958 के बाद से 62 वर्षों में जनवरी 2021 सबसे गर्म महीना था।