क्रिकेट / मेरा काम हर किसी को खुश करना नहीं है: अश्विन के 'आहत' वाले बयान पर रवि शास्त्री

रवि शास्त्री ने रविचंद्रन अश्विन के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी है जिसमें उन्होंने कहा था कि 2019 में शास्त्री के कुलदीप यादव को विदेश में नंबर-1 भारतीय स्पिनर बताने पर वह 'आहत हुए' थे। बकौल शास्त्री, "अगर अश्विन को दुख हुआ...तो मैं खुश हूं...इसने उन्हें कुछ अलग करने को प्रेरित किया...मेरा काम हर किसी को खुश करना नहीं है।"

Vikrant Shekhawat : Dec 24, 2021, 06:32 PM
क्रिकेट: भारतीय क्रिकेट में टी-20 वर्ल्ड कप 2021 के बाद से ऐसा लग रहा है कि खुलासो एक दौर सा शुरू हो गया है। जिसमें पहले कप्तानी को लेकर विराट कोहली और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के बीच अनबन खुले तौर पर देखने को मिली। वहीं टीम इंडिया के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने भी अपने कार्यकाल के खत्म होने के बाद कई तरह के खुलासे मीडिया में किए।

अब कुछ दिन पहले मौजूदा भारतीय ऑफ स्पिन खिलाड़ी रविचंद्रन अश्विन ने अपने एक बयान में पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री के बयान का जिक्र किया जिसमें उन्होंने कहा कि उन्हें उस बयान से काफी बुरा लगा था। जिसको लेकर शास्त्री ने एक इवेंट में इसको लेकर पहटवार किया और कहा कि सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुकाबले के दौरान जब अश्विन एकादश का हिस्सा नहीं थे, तो उसमें कुलदीप यादव ने काफी शानदार गेंदबाजी की थी।

वहीं शास्त्री ने आगे कहा कि यदि कुलदीप की तारीफ को लेकर दिए गए उनके बयान से अश्विन आहत हुए तो यह काफी अच्छा था। क्योंकि इससे उन्हें भी कुछ अलग करने की प्रेरणा मिली और अपने कोच के चैलेंज को अश्विन ने स्वीकार करते हुए खुद को साबित करने पर अधिक ध्यान दिया।

रवि शास्त्री ने अपने बयान में कहा कि, रवि अश्विन सिडनी टेस्ट में नहीं खेल रहे थे और उस मैच में कुलदीप यादव उस समय काफी अच्छे फॉर्म में थे, जिससे उन्हें मौका दिया बिल्कुल सही फैसला था। शास्त्री ने यह बयान इंडियन एक्सप्रेस के ई.अड्डा में बातचीत के दौरान दिया। जिसमें उन्होंने आगे कहा कि उन्हें यह सुनकर काफी खुशी हुई कि अश्विन उनके बयान से काफी आहत हुए, क्योंकि इससे उन्हें कुछ अलग सोचना पड़ा। वहीं मेरा काम किसी को मक्खन लगाना नहीं है बल्कि मेरा काम सीधी बात कहना है।

यदि कोच आपको किसी तरह की चुनौती देता है तो आप यदि घर जाकर रोयेंगे तो मैं कहूंगा फिर वापस मत आना। लेकिन मैं एक खिलाड़ी होने के नाते उस चुनौती को स्वीकार करने के साथ कोच को गलत साबित करने की कोशिश करुंगा। जिसमें आप 2019 के अश्विन और आज के समय उन्हें देखिए साफ अंतर देखने को मिल जाएगा। जिसमें उन्होंने साल 2018 से अपनी गेंदबाजी और फिटनेस को लेकर काफी मेहनत करना शुरू कर दिया जिसका परिणाम आज साफतौर पर देखने को मिल रहा है और इसी कारण वह एक विश्व स्तरीय गेंदबाज हैं।

मेरे लिए उस समय खुशी मनाना काफी मुश्किल भरा हो गया था – अश्विन

रविचंद्रन अश्विन ने ईएसपीएन क्रिकइंफो को दिए अपने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि, जब रवि शास्त्री ने कुलदीप यादव को भारत का विदेशी जमीन पर नंबर-1 स्पिन गेंदबाज बताया तो मुझे इससे काफी बुरा लगा। लेकिन मैं उस समय अपने साथी खिलाड़ी की सफलता को लेकर खुश ही होना चाहता था, लेकिन मैने एक तरह खुद को काफी ज्यादा आहत पाया।

लेकिन इसके बाद मुझे यह समझ नहीं क्या कि मैं किस तरह से टीम की इस खुशी में खुद को शामिल करूं जिसके बाद मैं होटल में जाकर अपने बच्चों और पत्नी से मिला और उसके बाद मैने यह महसूस किया कि मुझे जीत की इस पार्टी में जाना चाहिए क्योंकि दिन के आखिर में हमने एक बड़ी सीरीज को अपने नाम किया था।