Vikrant Shekhawat : Jun 18, 2021, 12:30 PM
कुशीनगर: यूपी के कुशीनगर में बाढ़ से उफनाती नारायणी नदी की बीच धारा में एक नाव का इंजन अचानक बंद हो गया। इससे नाव पर सवार करीब डेढ़ सौ से ज्यादा यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। शोर सुनकर जुटे आसपास के ग्रामीणों और प्रशासन की टीम ने छोटी नावों से लोगों को सुरक्षित निकाला। रात भर चले इस रेस्क्यू ऑपरेशन में सुबह सात बजे तक नाव पर सवार सभी लोगों को सुरक्षित निकालकर घर भेजा जा चुका था। मिली जानकारी के अनुसार, बीच धारा में फंसी नाव करीब तीन किलोमीटर तक बहते हुए अमवा दीगर बंधे पर पहुंच गई। इस दौरान नाव में सवार लोग लगातार चीख-पुकार मचा रहे थे। लोगों का शोर सुनकर आसपास से पहुंचे लोगों ने छोटी नाव लेकर लोगों को बचाने की कोशिश शुरू की। उन्होंने कई लोगों को बाहर निकाला। इस बीच किसी ने प्रशासन को इसकी खबर दी तो राहत दल मौके पर पहुंचा। जिले के डीएम और एसपी भी मौके पर पहुंच गए। रेस्क्यू ऑपरेशन पूरी रात चलता रहा।लोगों को निकालने के लिए एसडीआरएफ की टीम को भी बुलाया गया। सुबह सात बजे तक सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। ग्रामीणों ने बताया कि यह नाव तमकुही तहसील के बरवा पट्टी घाट से देर शाम लगभग डेढ़ सौ लोगों को लेकर नारायणी नदी पार कर रही थी। नदी की बीच धारा में नाव पहुंची ही थी कि डीजल का पाइप फट गया। इससे डीजल नदी में बह गया। बीच नदी की धारा में नाव का इंजन बंद हो गया और नाव फंस गई। इसके बाद नदी के तेज बहाव के साथ नाव अपने आप बहने लगी। करीब तीन किलोमीटर तक बहकर नाव अमवा दीगर घाट पर पहुंच गई।ग्रामीणों के मुताबिक नाव पर सवार लोग नदी के उस पार स्थित अपने खेतों पर काम करके वापस लौट रहे थे। इनमें महिलाएं और बच्चे भी थे। कुछ लोग नदी उस पार स्थित भगवानपुर , बनराही, सम्पूर्णानगर, गांवों में पानी भर जाने के कारण नदी के इस पार दशहवा, ठाढ़ीभार, कोकिलपट्टी आ रहे थे। नाव फंसने की इस घटना में अभी तक किसी जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है।