Punjab Jail Alert / कनाडा में मौजूद खालिस्तानी आतंकी लखबीर सिंह के ‘नापाक’ मंसूबे, जेल पर हमले का बना रहा प्लान

पंजाब की जेलों की सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है. जेलों की सुरक्षा को लेकर हाई अलर्ट जारी किया गया है. इंटेलिजेंस इनपुट के मुताबिक, कनाडा में मौजूद खालिस्तानी आतंकी लखबीर सिंह लांडा Punjab की जेलों पर हमले करवा सकता है. लांडा का इरादा अपने साथियों को जेल से छुड़वाने का है, जिसके लिए वह हमला करने का प्लान बना रहा है. इंटेलिजेंस इनपुट ने इस ओर भी इशारा किया है कि जेल पर होने वाले हमलों के दौरान जेल अधिकारियों भी निशाना

Vikrant Shekhawat : Apr 28, 2023, 01:14 PM
Punjab Jail Alert: पंजाब की जेलों की सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है. जेलों की सुरक्षा को लेकर हाई अलर्ट जारी किया गया है. इंटेलिजेंस इनपुट के मुताबिक, कनाडा में मौजूद खालिस्तानी आतंकी लखबीर सिंह लांडा Punjab की जेलों पर हमले करवा सकता है. लांडा का इरादा अपने साथियों को जेल से छुड़वाने का है, जिसके लिए वह हमला करने का प्लान बना रहा है. इंटेलिजेंस इनपुट ने इस ओर भी इशारा किया है कि जेल पर होने वाले हमलों के दौरान जेल अधिकारियों भी निशाना बन सकते हैं. इस वजह से जेल के अंदर और बाहर सुरक्षा कड़ी रखने का निर्देश दिया गया है.

नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने फरवरी में लखबीर सिंह लांडा की जानकारी देने पर 15 लाख रुपये का ईनाम का ऐलान किया था. लांडा का नाम पंजाब में एक आतंकी मामले से जुड़ा हुआ है. एनआईए अधिकारियों ने बताया था कि अगर कोई भी व्यक्ति लखबीर सिंह लांडा की जानकारी देता है, जिससे उसे गिरफ्तार किया जा सके तो उसे 15 लाख रुपये का ईनाम दिया जाएगा. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लांडा की जानकारी देने वाले शख्स की पहचान को गुप्त रखा जाएगा.

कनाडा में रह रहा है लांडा

लखबीर सिंह लांडा तरनतारन का रहने वाला है. माना जाता है कि वह फिलहाल कनाडा के अलबर्टा में भगोड़े के तौर पर रह रहा है. मोहाली में 2022 में पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस हेडक्वाटर्स पर हुए ग्रेनेड हमले में एनआईए को लांडा की तलाश है. एनआईए ने 2022 में लांडा के ऊपर केस तब दर्ज किया, जब उसे इस बात की जानकारी मिली कि विदेशों में स्थित आतंकवादी संगठन और आतंकी तत्व टारगेट किलिंग और हिंसा फैलाने के लिए स्थानीय गैंग्स के साथ मिलकर काम कर रहे हैं.

कौन है लखबीर सिंह लांडा?

लखबीर सिंह लांडा को लेकर बताया जाता है कि उसके खिलाफ पहला केस लगभग 10 साल पहले आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज किया गया था. मीडिया रिोपर्ट्स के मुताबिक, ग्रेनेड हमले से पहले लांडा पर 18 केस चल रहे थे, जिसमें हत्या, हत्या के प्रयास और ड्रग तस्करी जैसे गंभीर केस भी शामिल थे. तरनतारन जिले में लांडा का अच्छा खासा प्रभाव माना जाता है.

लांडा 2017 में ही कनाडा भाग गया था, जहां उसकी पत्नी पहले से ही रह रही थी. लांडा को लेकर कहा जाता है कि वह 2016 और 2020 के बीच सक्रिय नहीं था. कहा जाता है कि इस दौरान वह कनाडा में कुछ वक्त के लिए अपना बिजनेस भी सेट करने में जुटा हुआ था. यही वजह है कि हाल के दिनों में उसका मीडिया की सुर्खियों में छाना कई सारे लोगों के लिए हैरानी भरा है.