विदेश / अगली महामारी कोविड-19 से भी ज़्यादा जानलेवा हो सकती है: ऑक्सफोर्ड वैक्सीन बनाने वालीं एक वैज्ञानिक

ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राज़ेनेका की कोविड-19 वैक्सीन बनाने वालीं एक वैज्ञानिक सारा गिल्बर्ट ने कहा है, "यह आखिरी बार नहीं हो रहा है जब किसी वायरस से हमारे जीवन और हमारी आजीविका को खतरा पैदा हुआ है।" उन्होंने कहा, "अगली महामारी अधिक संक्रामक या अधिक जानलेवा या दोनों हो सकती है...हमने इससे जो सीखा है...हमारा जो अनुभव रहा है...वह व्यर्थ नहीं जाना चाहिए।"

Vikrant Shekhawat : Dec 07, 2021, 08:11 AM
लंदन: कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) की दहशत के बीच वैज्ञानिकों ने भविष्य में आने वाली महामारियों को लेकर चेतावनी दी है. ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन (Oxford-AstraZeneca vaccine) के निर्माताओं ने कहा कि आने वाली महामारियां कोविड-19 (Covid-19) से भी अधिक घातक हो सकती है इसलिए इस महामारी से हमने जो कुछ सीखा है उससे सबक लेना चाहिए और दुनिया को भविष्य में आने वाली महामारियों से लड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए.

पूरी दुनिया में कोरोना वायरस ने 50 लाख से ज्यादा लोगों की जान ली है. जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, इस महामारी के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था को 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का नुकसान हुआ है और करोड़ों लोगों को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ा है.

‘भविष्य में अन्य महामारियों के लिए तैयार रहना होगा’

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, साइंटिस्ट साराह गिलबर्ट ने एक लेक्चर के दौरान यह कहा कि, सच्चाई यह है कि अगली महामारी इससे भी भयानक हो सकती है. यह ज्यादा संक्रामक या घातक या फिर दोनों हो सकती है. साराह गिलबर्ट यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड में वैक्सीनोलॉजी की प्रोफेसर हैं. उन्होंने कहा कि यह अंतिम बार नहीं होगा कि जब कोई वायरस हमारे जीवन या आजीविका के लिए खतरा हो, इसलिए हमें भविष्य में ऐसे खतरों और महामारियों का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए. कोविड-19 महामारी के दौरान जो कुछ हमने देखा, सीखा और जाना उससे सबक लेना चाहिए और इसे व्यर्थ नहीं जाने देना चाहिए.

प्रोफेसर गिलबर्ट ने कहा कि ओमिक्रॉन वेरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में म्यूटेशन पाए गए हैं जो कि तेजी से संक्रमण का कारण बन सकता है. साथ ही वैक्सीन या संक्रमण के फलस्वरुप पैदा हुई एंटीबॉडीज पर हावी हो सकता है.

हेल्थ विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना महामारी को खत्म करने के प्रयासों में लगातार चुनौतियां देखने को मिल रही है. क्योंकि कम आय वाले देशों तक वैक्सीन की पहुंच बहुत सीमित है जबकि संपन्न देश बूस्टर डोज की तैयारी में लगे हुए हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने SARS-CoV-2 महामारी से निपटने के लिए हेल्थ एक्सपर्ट का एक पैनल बनाया है जिसे स्थाई फंडिंग के जरिए महामारी से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर काम करने के लिए कहा गया है.