Vikrant Shekhawat : Apr 20, 2021, 11:16 AM
नोएडा: कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए नोएडा में नाइट कर्फ्यू अब 30 अप्रैल तक लागू रहेगा। रोजाना रात आठ बजे से सुबह सात बजे तक नाइट कर्फ्यू लागू रखने का फैसला किया गया है। पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमित 425 नए मरीजों की पुष्टि हुई है। वहीं, इलाज के दौरान तीन मरीजों की मौत हो गई। कोविड अस्पताल और होम आइसोलेशन से 363 मरीज स्वस्थ हुए। सक्रिय मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार अब कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 30955 हो गई है। कुल 27463 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। कोरोना संक्रमण से अब तक 106 लोगों की मौत हो चुकी है। कोविड अस्पतालों और होम आइसोलेशन में 3386 लोगों का इलाज चल रहा है। सक्रिय मरीज के लिहाज से प्रदेश में जिल टॉप टेन में शामिल है। रेमडेसिविर की कमी से नहीं उबर पा रहा शहरकोरोना संक्रमण के इलाज के लिए दिए जानेवाला रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी बरकरार है। कोविड अस्पताल मरीजों को इंजेक्शन लाने के लिए पर्चा थमा रहे हैं, लेकिन किसी भी दुकान पर यह इंजेक्शन नहीं मिल रहा है। इससे मरीजों के साथ ही परिजनों की परेशानी भी बढ़ गई है। ड्रग विभाग दावा कर रहा है कि रेमडेशिविर इंजेक्शन सीधा अस्पताल पहुंच रहा है, लेकिन जिन कोविड अस्पतालों में इंजेक्शन होने की बात कही जा रही है वही अस्पताल मरीजों के परिजनों को इंजेक्शन खरीदकर देने के लिए पर्चा पकड़ा रहे हैं। अगले 24 घंटे में भी इंजेक्शन की पूरी उपलब्धता नहीं हो पाएगी। बुधवार को इंजेक्शन मिलने की उम्मीद जताई गई है। नोएडा में इंजेक्शन बनाने वाले तीन वितरकों को इसे अस्पतालों में देने की जिम्मेदारी दी गई है। सोमवार को दिनभर सेक्टर-10 स्थित एक वितरक के स्टोर के पास मरीजों की भीड़ इकट्ठा रही। ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि वितरकों को इंजेक्शन अस्पतालों को देने के निर्देश हैं। अगर कोई अस्पताल मरीज को पर्चा लिखकर इंजेक्शन लाने की बात कह रहा है तो यह देखना होगा कि अस्पतालों को जो इंजेक्शन दिए थे उनमें से कितने खर्च हुए। इंजेक्शन लेने वाले मरीजों की भी जानकारी ली जाएगी। ताकि स्थिति स्पष्ट हो।7228 लोगों ने टीका लगवायाजिले में 74 केंद्र पर सोमवार को 7284 लोगों ने टीका लगवाया। 33 सरकारी एवं 41 निजी केंद्रों पर टीकाकरण कार्यक्रम आयोजित हुआ। सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी ने बताया कि सरकारी केंद्रों पर 3720 एवं निजी में 3564 लोगों को टीका लगाया गया। 60 या उससे अधिक आयु वर्ग के 1047 को पहली एवं 2074 को दूसरी खुराक दी गई। वहीं 45 से 59 आयुवर्ग में 3231 को पहली एवं 594 को दूसरी खुराक लगाई गई। साथ ही 32 स्वास्थ्य कर्मियों को पहली एवं 90 को दूसरी खुराक दी गई। फ्रंटलाइन कर्मचारियों में 36 ने पहली और 180 को दूसरी खुराक लगवाई। निजी अस्पतालों में भी जांच में परेशानीनिजी अस्पतालों और लैब में कोरोना जांच को लेकर परेशानी आ रही है। इन लैब में 150 से अधिक जांचें नहीं हो रही हैं। जिससे प्रतिदिन कई लोग बिना नमूना दिए वापस लौट रहे हैं। संदिग्धों को पहले ही निर्धारित संख्या के बारे में जानकारी दी जा रही है। वहीं घर पर आकर नमूने एकत्र करने वाली नामी लैब भी इस काम को अब पूरा नहीं कर पा रहे हैं। इक्का-दुक्का लैब यह कर रही हैं। जांच के लिए 4-5 दिन का वेटिंग बताया जा रहा है। इससे लोगों की परेशानी बढ़ी है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि निजी लैब निर्धारित दर पर जांच करने के लिए स्वतंत्र हैं।