News18 : May 28, 2020, 12:13 PM
नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के बाद सल्वाडोर के राष्ट्रपति नायब बुकेले (Salvadoran President Nayib Bukele) भी कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन (Hydroxychloroquine) दवा का सेवन कर रहे हैं। मंगलवार को बुकेले ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि वह हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन दवा लेकर रहे हैं, हालांकि वह इसे कोविड-19 (Coronavirus) के इलाज के तौर पर प्रचारित नहीं कर रहे हैं।
राष्ट्रपति नायब बुकेले ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की सिफारिशों के बाद वह इसका कोरोना वायरस की दवा के तौर पर प्रचार नहीं कर रहे हैं। हालांकि मरीज अगर चाहे तो इसका रोकथाम के उपाय के रूप में सेवन कर सकता है।बुकेले ने कहा, 'मैं इसे महामारी को फैलने से रोकने के लिए ले रहा हूं। जिस तरह से राष्ट्रपति ट्रंप भी महामारी को फैलने से रोकने के लिए इसका सेवन करते हैं, दुनिया के तमाम बड़े नेता इसका सेवन रोग को फैलने से रोकने के लिए करते हैं।'अल साल्वाडोर के अमेरिकी राजदूत रोनाल्ड जॉनसन ने कोरोना महामारी लेकर एक कार्यक्रम में कहा था, 'मेरा मानना है कि इस संकट काल नें लोगों को अपनी थोड़ी स्वतंत्रता और अधिकारों का त्याग करना चाहिए।'आपको बता दें कि सोमवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन दवा के ट्रायल पर रोक लगा दी है। हाल में स्वास्थ्य क्षेत्र की मशहूर पत्रिका द लैंसेट में दावा किया गया था कि मलेरिया के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली दवा क्लोरोक्वीन और हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (HCQ) का कोरोना वायरस के मरीजों के इलाज में फायदा मिलने का कोई सबूत नहीं है।
राष्ट्रपति नायब बुकेले ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की सिफारिशों के बाद वह इसका कोरोना वायरस की दवा के तौर पर प्रचार नहीं कर रहे हैं। हालांकि मरीज अगर चाहे तो इसका रोकथाम के उपाय के रूप में सेवन कर सकता है।बुकेले ने कहा, 'मैं इसे महामारी को फैलने से रोकने के लिए ले रहा हूं। जिस तरह से राष्ट्रपति ट्रंप भी महामारी को फैलने से रोकने के लिए इसका सेवन करते हैं, दुनिया के तमाम बड़े नेता इसका सेवन रोग को फैलने से रोकने के लिए करते हैं।'अल साल्वाडोर के अमेरिकी राजदूत रोनाल्ड जॉनसन ने कोरोना महामारी लेकर एक कार्यक्रम में कहा था, 'मेरा मानना है कि इस संकट काल नें लोगों को अपनी थोड़ी स्वतंत्रता और अधिकारों का त्याग करना चाहिए।'आपको बता दें कि सोमवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन दवा के ट्रायल पर रोक लगा दी है। हाल में स्वास्थ्य क्षेत्र की मशहूर पत्रिका द लैंसेट में दावा किया गया था कि मलेरिया के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली दवा क्लोरोक्वीन और हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (HCQ) का कोरोना वायरस के मरीजों के इलाज में फायदा मिलने का कोई सबूत नहीं है।