गाजियाबाद पुलिस (Ghaziabad Police) ने शुक्रवार को एक बड़ा खुलासा किया है गाजियाबाद के विजय नगर पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) के युवकों को अश्लील बातों में उलझा कर लाखों रुपये ठगते थे गिरोह की लड़कियां पहले तो लड़कों को मीठी-मीठी बातों में उलझाती फिर बाद में फर्जी वीडियो बनाती और दुष्कर्म का आरोप लगा कर लाखों रुपये ठग लेती । लेकिन, इस गिरोह की एक गलती ने पूरे गिरोह को अब सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है गाजियाबाद के विजय नगर पुलिस ने गिरोह में काम करने वाली दो महिलाएं और तीन पुरुषों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है ।
वीडियो कॉल कर ग्राहक बनाती और फिर उससे पैसा ऐंठती
बता दें कि हाल ही में इस गिरोह ने दिल्ली के एक आईटी प्रोफेशनल को अपना निशाना बनाया था इस प्रोफेशनल से गिरोह ने एक झटके में ही 2.10 लाख रुपये ऐंठ लिए लड़के के द्वारा ज्यादा रकम देने से इनकार करने पर एक लड़की ने विजय नगर थाने में पहुंच कर लड़के पर दुष्कर्म का आरोप लगाने लगी पुलिस के घंटों के पूछताछ के बाद पता गिरोह बेनकाब हो गया ।
बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में ब्लैकमेल करने वाले गिरोहों का अंबार है आए दिन लोग इस गिरोह के बातों में फंस कर अपन सुख-चैन त्याग देते हैं दिल्ली के कालकाजी के रहने वाले रोहित कुकरेजा ऐसे ही आदमी हैं, जो पिछले दिनों इस गिरोह के संपर्क में आ गए रोहित ने गिरोह की एक महिला को आईटी सेक्टर में बड़ा काम का दावा किया एक दिन महिला ने रोहित को रात के अंधेरे में अपने ठिकाने पर बुलाया जब रोहित महिला के ठिकाने पर मिलने गए तो उनका वीडियो भी बना लिया गया और गिरोह के बांकी सदस्यों ने घेर कर रुपये ऐंठने का प्लान बना डाला ।
बेइज्जत होने से बचने के लिए 2.10 लाख रुपये भी दिए
रोहित कुकरेजा समाज में बेइज्जत होने से बचने के लिए 2.10 लाख रुपये दे दिए । गिरोह में शामिल और महिलाओं ने कुकरेजा को और रकम देने की मांग की । रोहित ने आर्थिक स्थिति का हवाला दे कर जब इनकार किया तो बातें बिगड़ने लगी उल्टे महिलाओं ने ही रोहित पर दुष्कर्म और अश्लील वीडियो बनाने का आरोप लगा दिया । जब मामला थाना पहुंचा तो पूछताछ में रोहित ने खुद को पीड़ित बताते हुए ब्लैकमेलिंग के सुबूत दे दिए गिरोह का पर्दाफाश हो गया । रोहित ने कॉल डिटेल्स के साथ-साथ जो 2 लाख 10 रुपये ट्रांसफर किए थे उसके सुबूत दिए. साथ ही कुछ कॉल रिकॉर्डिंग भी सौंपे । इसके बाद पुलिस ने आरोप लगाने वाली महिला के साथ तीन और लोगों को हिरासत में ले लिया ।
गाजियाबाद पुलिस ने गिरोह के बारे में कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं. गिरोह का सदस्य कभी फर्जी पत्रकार तो कभी फर्जी पुलिसवाला बन कर लोगों से पैसा ऐंठ रहा था. कोई सदस्य तो फर्जी वकील बन कर मुकदमा करने की भी धमकी देता । गिरोह शिकार को फंसा कर मीडिया में खबर चलाने और केस दर्ज करने के नाम पर वुसूली को अंजाम देता ।